तहसीली स्थित प्रतीक्षालय में स्थानीय लोग कभी कंडे भर देते हैं तो कभी बेल्डिंग का काम होने लगता है। बीते दिनों कुछ अतिक्रमणकारियों को यहां से हटाया गया था लेकिन अब फिर से प्रतीक्षालय पर कब्जा हो गया है।
गौघाट क्षेत्र में स्थित प्रतीक्षालय पूरी तरह से अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। विज्ञापन एजेंसियों ने प्रतीक्षालय की आड़ में अपने होर्डिंग्स टांग दिए हैं। इस मार्ग पर सबसे अधिक यातायात का दबाव रहता है। वाहन जहां-तहां खड़े रहते हैं।
दीनदयाल चौराहा के पास बनाया गया यात्री प्रतीक्षालय शोपीस से ज्यादा कुछ नहीं। यह प्रतीक्षालय दिखता ही नहीं क्योंकि यहां पर हमेशा ऑटो रिक्शा खड़े रहते हैं। इसके साथ यह प्रतीक्षालय जर्जर स्थिति में पहुंच गया है।
पुरानी डफरिन सीएमएचओ ऑफिस के सामने स्थित प्रतीक्षालय औचित्यहीन साबित हुआ है। यात्री खड़ा नहीं होता न ऑटो रिक्शा रुकते हैं। झील के किनारे इस प्रतीक्षालय के आसपास कुछ लोगों ने अपने टपरे भी सजा लिए हैं।
इस आेर आज तक ध्यान नहीं गया था। जल्द ही सभी यात्री प्रतीक्षालयों को चिह्नित करवाकर व्यवस्थित करवाएंगे, ताकि यात्रियों को इनका लाभ मिल सके।
अभय दरे, महापौर