अध्ययन के बाद योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया कि कोचिंग संचालकों ने भी स्टूडेंट्स के लिए जगह उपलब्ध होने पर उसे विकसित करने में सहयोग का प्रस्ताव रखा है। रेलवे नियमों को अनुसार क्या-क्या सुविधाएं और दे सकते हैं, इसका अध्ययन करने के बाद योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। कोचिंग संचालकों के साथ यह पहली बैठक हुई है, जल्द अगली बैठक होगी। कोटा जंक्शन से गुजरने वाले यात्री कोटा कोचिंग की विशिष्टता से परिचित हो सकें। यात्रियों को स्टेशन पर उतरते ही पता चला जाए कि वे शिक्षा नगरी में पहुंच गए हैं, एेसा प्रयास किया जा रहा है।
ये सुविधाएं प्रस्तावित स्टूडेंट के घर लौटने और परीक्षा के समय ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएं। परीक्षा के समय चलने वाली स्पेशल ट्रेन की जानकारी पर्याप्त समय रहते उपलब्ध कराई जाए। कोटा जंक्शन पर आने वाले स्टूडेंट्स को यात्री सुविधाओं की जानकारी ज्यादा सुगमता से मिल सके। उत्तरप्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनें घंटों विलम्ब से चलती हैं, जिनके वास्तविक समय की जानकारी कई बार नहीं मिल पाती। ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण आरक्षण की भी मारामारी रहती है। परीक्षा स्पेशल ट्रेन के परिचालन की घोषणा एनवक्त पर होती है, जिसकी जानकारी स्टूडेंट को नहीं मिलने से वे लाभ नहीं उठा पाते।