इस किस्म की फ सल 97 से 105 दिन में पक जाएगी और उत्पादन 20 से 23 क्विंटल हैक्टेयर होगा। जो अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक है। इस किस्म की खासियत यह है कि कम पानी में अधिक उत्पादन देने वाली है। साथ ही, पकने की अवधि भी कम है। नई किस्म एनआरसी 127 की खरीफ सीजन में बुवाई की सिफारिश की गई है। गत दिनों कोटा के कृषि अनुसंधान केन्द्र कोटा में संभागीय अनुसंधान एवं प्रसार सलाहकार समिति की बैठक में नई किस्म की अनुसंधान निष्कर्षों पर मंथन किया गया। अनुसंधान केन्द्र के निदशक डॉ. प्रतापसिंह ने सोयाबीन की नई किस्म को लॉन्च करते हुए इसके फायदे बताए। सोयाबीन की इस किस्म को भारतीय कृषि अनुसंधान की मुहर लगाई जा चुकी है।