अब तक 15 हजार से अधिक पोषक किट बांटे
कोटा में छप्पन भोग स्थल पर शुक्रवार को ‘सुपोषित मां’ अभियान के तीसरे चरण के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित करते हुए बिरला ने यह बात कही। शुभारंभ पर सैकड़ों महिलाओं की मौजूदगी में लोकसभा अध्यक्ष बिरला और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने आर्थिक रूप से कमजोर 1500 गर्भवतियों को पोषण किट वितरित किए। गौरतलब है कि सुपोषित अभियान 2020 में लोकसभा अध्यक्ष की पहल पर शुरू हुआ था, अब तक 15 हजार से अधिक पोषक किट बांटे जा चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, सुपोषित मां अभियान प्रेरणादायी
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सुपोषित मां अभियान प्रेरणादायी है। गरीब और कमजोर गभर्वतियों को ध्यान में रखकर अभियान शुरू किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सच्चे जनसेवक हैं, जो हमेशा जनता के हित की सोचते हैं। यह सिर्फ एक किट नहीं है, देश की भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने का माध्यम है। प्रदेश में गभर्वतियों के लिए कैसे सुपोषित मां अभियान शुरू किया जा सकता है, इस बारे में सरकार के स्तर पर विचार करेंगे। मैं जयपुर जाकर मुख्यमंत्री से बात करूंगी। राज्य बजट में कैसे हम प्रदेश की गर्भवतियों के लिए क्या कुछ सकते हैं, इस पर चर्चा करेंगे। जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। गर्भवतियों के लिए पौष्टिक आहार पहली प्राथमिकता बिरला ने कहा कि गरीब एवं वंचित वर्ग की गर्भवतियों को चिह्नित कर नौ माह तक उनकी निःशुल्क जांच एवं पौष्टिक आहार का इंतजाम करना अभियान की प्राथमिकता है। उन्होंने उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि उनके मोहल्ले, गांव-ढाणी में कहीं भी ऐसी गर्भवती मिले जिसे पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा हो जो उनकी जानकारी उपलब्ध कराएं, ताकि अभियान के तृतीय चरण में उनके पोषण की जिम्मेदारी उठाई जा सके।
महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाएंगे बिरला ने कहा कि महिलाओं को घर बैठे निश्चित आमदनी हो सके, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। नए वर्ष में नए संकल्प के साथ कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के हर गांव-ढाणी में महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनें और आर्थिक रूप से गरीब परिवार में पैदा होने वाली बेटियों को आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा मिले, इस दिशा में कार्य किया जाएगा।