धार्मिक तरीके से किया जाएगा सांसद ओम बिरला ने बताया कि हैंगिंग ब्रिज
कोटा शहर की लाइफ लाइन है। इसकी मांग कई वर्षों से
कोटावासियों द्वारा की जा रही थी। इसके बनने के बाद अब भारी वाहन
कोटा शहर में प्रवेश नही करेंगे। इससे शहर की सड़कें अधिक सुरक्षित रहेंगी। इसका लोकार्पण आध्यात्मिक और धार्मिक तरीके से किया जाएगा।
पार्षद व जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी सौंपी हैंगिंग ब्रिज के पास खाली स्थान पर सोमवार सुबह 10 बजे रामायण पाठ शुरू होगा। इसकी पूर्णाहुति मंगलवार सुबह 10 बजे होगी। इसके बाद मां चर्मण्यवती की पूजा व हवन किया जाएगा। पूर्णाहुति पर महाप्रसादी का आयोजन रखा गया है। सूत्रों के अनुसार इसमें हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है। पार्षद व जनप्रतिनिधियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
बोले सांसद और परियोजना निदेशक सांसद ओम बिरला ने इस संबंध में कहा कि मई 2014 में सांसद बनने के बाद
कोटा के हैंगिंग ब्रिज के निर्माण को पुन: शुरू करवाना पहली प्राथमिकता था। जब भी शहर में सड़क हादसा होता तो बड़ी पीड़ा होती थी। इसके लिए निर्माण कार्य शुरू कराने के प्रयास किए तो बाधाएं दूरी होती गई और आज यह जनता के लिए तैयार है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक अनुपम गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2009 में निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद बहुत धीमी गति से काम हुआ। 2014 में पूरी स्पीड से कार्य शुरू हो पाया।
कोटा के इतिहास में 27 अगस्त 2017 तारीख दर्ज हो गई है। सालों की मेहनत और लम्बेे इंतजार के बाद आखिरकार हैंगिंग ब्रिज धरातल पर आ ही गया।