जानलेवा हुआ स्वाइन फ्लू, गांवों में हर तीसरे मरीज की हो रही है मौत
एक गंभीर घायल अधीक्षक ने बताया कि झगड़े की सूचना मिलते ही वे तुरंत सम्प्रेषण गृह पहुंचे और चोटिल बाल अपचारियों को नए न्यू हॉस्पिटल लेकर गए। वहां तीन को तो प्राथमिक उपचार के बाद वापस गृह ले आए लेकिन एक के अधिक लोट लगने से उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। अधीक्षक ने बताया कि मारपीट करने वालों में एक बाल अपचारी करीब 4 माह पहले ही यहां आया है और उसके खिलाफ जानलेवा हमला व अवैध हथियार समेत आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। जबकि जिसके अधिक चोट लगी है वह तलवंडी में इस साल हुई डॉक्टर की पत्नी की हत्या के मामले में करीब 5 माह से यहां हैं।सेफ्टी से जुड़े 1.60 लाख पद पड़े हैं खाली, कैसे रुकेंगे रेल हादसे
बड़ी उम्र के लड़के बनते हैं बवाल की वजह अधीक्षक कालूराम ने बताया कि बाल सप्रेषण गृह में करीब 15 अपचारी ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है। उन्हें यहां से जेल में और झगड़ा करने वालों को भीलवाड़ा समेत अन्य जगहों पर शिफ्ट करने के संबंध में किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष को कुछ समय पहले पत्र लिखा था। इसकी जानकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकाारिता विभाग के उप निदेशक व जिला कलक्टर समेत सभी अधिकारियों की दी जा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। बड़ी उम्र के और अक्रामक व्यवहार वाले लड़के अक्सरकर बवाल मचाते रहते हैं।
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अधीक्षक पर भी कर चुके हैं हमला अधीक्षक कालूराम ने बताया कि 22 अगस्त को भी बाल अपचाजरियों के दोनों गुट आपस में झगड़े थे। इसकी जानकारी मिलने पर जब उन्होंने 23 अगस्त को उनसे समझाइश की तो एक गुट के बाल अपचारी ने दिन की चाय देते समय गर्म चाय उन पर फेंक दी थी। जिससे उनका हाथ जल गया था। इस संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों को अवगत करवा दिया था। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई तो लड़कों के हौसले बढ़ गए और खुलेआम मारपीट करने पर उतारू हो गए।