गणेश चतुर्थी से पहले ही कोटा के प्रमुख बाजारों में गणेश प्रतिमाएं सज चुकी थीं। छावनी में बनने वाली विशाल प्रतिमाओं का शहर के पांडालों में खासा क्रेज रहता है। जिन्हें लेने के लिए दिन भर छावनी इलाके में भक्तों की भीड़ जुटी रही। प्रतिमाएं इतनी बड़ी थीं कि उन्हें क्रेन से उठाकर ट्राली में रखा गया। जहां से वह पांडालों की ओर रवाना हुई। गणपति बप्पा को लेने के लिए भक्त गाजे-बाजे के साथ आए थे और पूरे रास्ते नाचते गाते गए।
वहीं गुमानपुरा इलाके में घरों में स्थापित होने वाली गणेश प्रतिमाओं के बड़े-बड़े स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉल पर मिट्टी के बने एक से एक सुंदर गणपति विराजमान थे। जिन्हें अपने घर ले जाने वालों की भीड़ देर रात तक जुटी रही। भक्त अपने भगवान को बड़े ठाठ-बाट के साथ रथ में सवार कर अपने घरों तक ले गए। इस दौरान शोभायात्राएं भी निकली जिनमें भजन और जयकारे गूंजते रहे और श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर नृत्य करते रहे।
भरेगा मेला, कलश यात्रा में उमड़ा सैलाब जीएडी सर्किल पर गणेश मेला समिति के तत्वावधान में गणेश महोत्सव मनाया जाएगा, १० दिन तक विशेष आयोजन होंगे और मेला भरेगा। आयोजक गुरुवार को कलश यात्रा के साथ गणपति को लेकर आए। कलश यात्रा में श्रद्धा की बयार चल पड़ी और मार्ग जयकारों से गूंज उठा। सर्किल पर करीब साढ़े पन्द्रह फीट गणपति प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। गणपति के आगमन के लिए शोभायात्रा निकाली गई। इसमें 2100 महिलाएं कलश लिए चल रहीं थी, 21 घुड़सवार, स्कूली बैण्ड, भजन मंडलियां साथ में थी। शोभायात्रा का मार्ग में जगह जगह पर स्वागत किया गया।
कोटा के खड़े गणेश मंदिर में उत्सवी धूम खड़े गणेश मंदिर में दर्शनों के लिए गुरुवार रात 12 बजे से ही कोटा वासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। रात से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की लंबी कतार लगाना शुरू हो गई। यहां रातभर भक्ति कार्यक्रम भी चला। लड्डुओं की दुकानें सज गई। शुक्रवार को सुबह से ही यहां मेला लगेगा। भीड़ को देखते हुए यहां पुलिस बल भी तैनात किया गया है। लोग पैदल ही गणेश की दर्शन करते जा रहे हैं।