बांध में पानी निकासी के लिए 27 रेडिएंट गेट लगाए गए हैं। गेटों में ऑटो सिस्टम है। जैसे ही बांध में पानी की लेवल की स्थिति बढ़ेगी वैसे ही ऑटोमेटिक गेट खुल जाएंगे। बांध में कुल 226.65 मिलियन घनमीटर पानी का संग्रहण किया जा सकेगा ।
दायरा बढ़ाया
इस परियोजना में पहले 13 जिले लाभान्वित होेने वाले थे। भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश, केन्द्र सरकार और मध्यप्रदेश के बीच इस परियोजना को लेकर नए सिरे से करार हुआ है, जिसमें प्रदेश के 21 जिलों को पानी मिलेगा। इसमें नए जिलाें को भी शामिल किया जा रहा है।
इस परियोजना में कोटा और बूंदी जिले 749 गांव और छह कस्बे लाभान्वित होंगे। यहां पेयजल और उद्योगों को पर्याप्त पानी दिया जाएगा। दो लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित हो सकेगी।
-आरके जैमिनी, अधीक्षण अभियंता जलसंसाधन विभाग कोटा
रेडिएंट गेट – 27
बैराज की कुल लंबाई -1404 मीटर
भराव क्षमता – 226.65 मिलियन घन मीटर
पेयजल के लिये आरक्षित – 54.00 मीट्रिक घन मीटर
प्रतिवर्ष पानी की आवक – 1039 मिलियन घन मीटर
कोटा, बारां जिले में कुल अवाप्त निजी भूमि – 495.16 हेक्टेयर
मुआवजा राशि – 148 .15 करोड़