ऐसे की ठगी
व्यापारी शैलेन्द्र गुप्ता ने पत्रिका को बताया कि साइबर ठगों ने उसकी मेल आईडी को हैक किया और फर्म के नाम से नई सिम जारी करवा ली। फिर मेरी मेल आईडी से फर्म को मेल कर सिम प्राप्त करने के लिए कंपनी के कर्मचारी से ओटीपी मांग लिए। इसके बाद से ही उनके खाते से पैसा ट्रांसफर होना शुरू हो गया। जिसकी जानकारी मिलने के बाद साइबर थाने में शिकायत दी। जिससे ज्वैलरी खरीदी, उसने भी दी रिपोर्ट
साइबर ठगों ने ठगी की गई 50 लाख रुपए की राशि से बिहार के पटना में एक ज्वैलरी शोरूम से 40 लाख रुपए का सोना खरीदा और जिस खाते में ठगी का पैसा आया, उससे शोरूम मालिक को पेमेंट कर निकल गए। कोटा साइबर पुलिस को ठगी की शिकायत मिलने के बाद ठगी के रुपयों को होल्ड करवा दिया गया। ऐसे में ज्वैलरी मालिक का पैमेंट भी होल्ड हो गया। इस पर ज्वैलर्स ने भी पटना थाने में शिकायत दी है।
जल्द होंगे आरोपी गिरफ्तार
फरियादी की रिपोर्ट पर ठगी गई राशि को होल्ड करवा दिया था। दस रुपए खाते में आ गए हैं। शेष 40 लाख रुपए बैंक ने कोर्ट के आदेश के बाद भी रोक रखे हैं, वे भी जल्द मिल जाएंगे। ठगों ने पटना में 40 लाख की ज्वैलरी खरीद ली। ठगों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही ठग पुलिस की गिरफ्त में होंगे। सतीशचंद, सीआई, साइबर थाना मेल आईडी व बैंक से जुड़े मोबाइल नंबर को किया हैक
व्यापारी शैलेन्द्र गुप्ता ने बताया कि उनकी फर्म का अकाउंट एचडीएफसी बैंक में है। इस बैंक खाते से जो मोबाइल नंबर जुड़ा हुआ है। वह मैनेजर अनिल गुप्ता के पास है। 11 जून 2024 को बड़ा भुगतान करने के लिए कंपनी के कर्मचारी हरीश पालीवाल ने बैंक खाते को चैक किया तो 50 लाख रुपए संदिग्ध ट्रांसफर होना पाया, जो कंपनी द्वारा नहीं किए गए। बैंक जाकर संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जानकारी ली तो बैंक ने बताया कि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के माध्यम से ही ट्रांसफर किया गया। ठगों के द्वारा पहले 10 लाख, फिर 10-10 लाख के दो ट्रांजेक्शन किए। लास्ट ट्रांजेक्शन 20 लाख रुपए का किया गया। ठगों ने कुल 50 लाख रुपए की ठगी की।