Farmers Danced with Joy : केंद्र सरकार की ओर से लहसुन के आयात पर रोक लगाने के लहसुन के भाव में तेजी आई है। जो लहसुन पहले पांच से दस हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव में बिक रहा था, वह अब 21 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है। दाम अच्छे मिलने से हाड़ौती के किसानों की बल्ले-बल्ले हो गई है। इस कारण किसानों का रूझान लहसुन की बुवाई की ओर बढ़ने लगा है। पिछले साल के मुकाबले इस बार लहसुन के रकबे में करीब 25 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है। आदर्श कोटा थोक फ्रूट एण्ड वेजीटेबल मर्चेन्ट्स यूनियन के अध्यक्ष निरंजन मंडावत का कहना है कि भारत सरकार की ओर से हाल में लहसुन के आयात पर रोक लगा दी है। इस कारण दामों में जबर्दस्त तेजी आई है। देश में चीन से लहसुन आयात किया जाता था, जिससे स्थानीय बाजार में भाव मंदे रहते थे। आयात पर रोक से देश की मंडियों में लहसुन में तेजी का रुख बना हुआ है। मंडी में शनिवार को पांच हजार से अधिक कट्टे लहसुन की आवक हुई।
बढ़ेगा रकबा
कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक खेमराज शर्मा ने बताया कि लहसुन के अच्छे भाव मिलने से किसानों का रुझान लहसुन की खेती की ओर बढ़ गया है। 60 हजार हेक्टेयर से ज्यादा में लहसुन की बुवाई हो चुकी है। किसान अभी भी लहसुन की बुवाई में लगे हुए हैं। यह रकबा लगभग 1 लाख हेक्टेयर पहुंचने की संभावना है।
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