नेताजी की पाठशाला: पढाई ABCD देखिये तस्वीरें…..
यह है मामला
प्रदेश में आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत बच्चों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाता है। इसके विरुद्ध 75 प्रतिशत सशुल्क बालकों से लिए जाने वाले शुल्क के आधार पर राज्य सरकार द्वारा पुनर्भरण के रूप में राशि प्रदान की जाती है। इसके उपरान्त सरकार द्वारा राजपत्रित अधिकारियों का दल गठन कर प्रत्येक स्कूल का भौतिक सत्यापन कराया जाता है। सत्यापन प्रतिवेदन जब पोर्टल पर अपलोड किया जाता है, तो कार्यालय से मिलान कर संबंधित स्कूल को भुगतान किया जाता है। सत्र 17-18 में भुगतान से पहले सरकार ने इन फीस बढ़ाने वाले स्कूलों की जिला स्तरीय दल गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।
राजस्थान की नं. 1 पुलिस ने 3 दिन में ढूंढ निकाला कार चोर, एक की जगह दो कारें बरामद
यह रिकॉर्ड हुआ चेक
सरकार की ओर बनाए गए भौतिक सत्यापन दलों ने निजी स्कूलों में फीस की रिपोर्ट, केश बुक, रसीद बुक, फीस पोस्टिंग रजिस्ट्रर, लेजर रजिस्ट्रर, वाउचर फाइल देखी। गड़बड़ी दिखने या शक होने पर अभिभावकों से भी जानकारी ली।
प्रारंभिक शिक्षा के डीईओ रामूमीणा का कहना है की कार्यालय स्तर पर दल गठित कर फीस वृद्धि वाले स्कूलों की जांच होगी। यदि कार्यालय दल व सत्यापन दल की जांच में भिन्नता मिलने पर फीस कम कराई जाएगी। सत्यापन दल को भी नोटिस जारी करेंगे।
भारत की इस खोज से हैरत में पड़ गई दुनिया, प्लास्टिक वेस्ट से बना डाला बायोफ्यूल
दोबारा जांच करेंगे
माध्यमिक कोटा के एडीईओ राजेश चंदेल का कहना है की आरटीई में प्रवेशित बच्चों की फीस वृद्धि दर्शाने वाले निजी स्कूलों की सूची मिली है। इसमें कोटा के कई स्कूल शामिल हैं। इनकी दोबारा जांच की जाएगी।
Analytical Story: सरकार का घर बना हाड़ौती में अपराधों का गढ़, महिलाएं नहीं महफूज
कोटा के इन 11 स्कूलों ने बढ़ाई फीस
1. विद्यांजलि स्कूल, खड़े गणेशजी
2. सेन्ट्रल एकेडमी दादाबाड़ी,
3. बक्शी जूनियर स्कूल्, नयापुरा सिविल लाइंस
4. स्प्रिंग डेल्स, शक्तिनगर
5. भुवनेश बाल मंदिर सीनियर सैकण्डरी स्कूल,
6. डेल्टा पब्ल्कि स्कू ल, बोरखेड़ा
7. दिशांकर स्कूल, शिवपुरा
8. केएएमएन, विज्ञानगर
9. छत्रपति सीनियर सैकण्डरी स्कूल डकनिया,
10. बीएसएन एकेडमी स्कूल, नयापुरा
11. न्यू सरस्वती स्कूल, सकतपुरा