पीएम मोदी ने भी Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री पर साधी चुप्पी
राज खुलता तो मच जाती खलबली पत्रिका डॉट कॉम के साथ खास बातचीत में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भतीजी और भाजपा महिला मोर्चा की राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मधु शर्मा ने कहा कि दीनदयाल जी कोई ऐसा राज जरूर जानते थे जिसका खुलासा होता तो भारतीय राजनीति की चूलें हिल जातीं। उनकी हत्या की साजिश रचने वाले लोग नहीं चाहते थे कि यह राज खुले। यही वजह थी कि मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर हत्या करने के बाद जब दीनदयाल उपाध्याय के भाई प्रभुदयाल उपाध्याय ने उस मामले में जांच की मांग की तो उन्हें मुंह बंद रखने की धमिकयां दी जाने लगीं।
दीनदयाल उपाध्याय की हत्या ऐसे बनी Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री
अटल बिहारी वाजपेयी को भी मिली थी धमकियां मधु शर्मा दावा करती हैं कि इस मामले में पैरवी करने के लिए जब उनका परिवार अटल बिहारी वाजपेयी से मिला तो उन्हें भी पैरवी ना करने की धमकियां दी जाने लगी। मधु कहती हैं कि उनके पिता और अटल जी ही नहीं दीनदयाल उपाध्याय का जो भी रिश्तेदार था सभी को अलग-अलग माध्यमों से उस वक्त धमकियां मिली।
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रेलवे के पास कोई रिकॉर्ड ही नहीं है पंडित दीनदयाल उपाध्याय की हत्या का सबसे संदेहास्पद पहलू यह है कि मुगलसराय रेलवे पुलिस के पास इस मामले का कोई रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है। मधु शर्मा कहती हैं कि इससे साबित होता है कि दीनदयाल जी की हत्या को लेकर बड़े स्तर पर साजिश रची गई थी। नहीं तो मुगलसराय रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर ने जिस शव की शिनाख्त की हो और मुगलसराय रेलवे स्टेशन की जिस पुलिस ने हत्यारों को चोर बताकर जेल भेजा हो क्या उसके पास इस मामले का कोई रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए? मधु कहती हैं कि जब कहीं से कोई मदद मिलती दिखाई नहीं दी तो हत्या के मामले की जांच करने की मांग कर रहे सभी परिजनों और रिश्तेदारों ने ही नहीं उस दौर के वरिष्ठ नेताओं ने भी चुप्पी साध ली, लेकिन अब वह इस मामले की जांच के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं।