मोर्चरी में स्ट्रेचर भी कम पड़े, जमीन पर लेटाना पड़ा कोटा मेडिकल कॉलेज के एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में 4 दिन में 12 तथा न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 2 शव पहुंचे हैं। इनमें रेलवे स्टेशन से 5 शव, बस स्टैण्ड से 1, गुमानपुरा व कोतवाली से 2-2, भीमगंजमंडी व जवाहर नगर से एक-एक शव मोर्चरी में पहुंचा।
मौत के कारणों का खुलासा नहीं एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा ने बताया कि एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में 12 अज्ञात शव पहुंचे हैं। डॉ. मीणा के अनुसार, प्रथम दृष्टया इनकी मौत लू व तापघात से होना प्रतीत नहीं होता। इनकी पहचान के लिए 48 घंटे रखना पड़ता है। फिलहाल इनकी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे। न्यू अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरपी मीणा ने बताया कि 8 शव पहुंचे थे, लेकिन 6 की पहचान हो चुकी है। 2 अज्ञात शव मोर्चरी में हैं।
हीटवेव से मौत की आशंका जानकारों के अनुसार, शुरुआती लक्षणों के आधार पर तेज गर्मी और लू से खुले में जीवनयापन करने वाले इन अज्ञात लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। 45 डिग्री से अधिक तापमान होने, खाली पेट, बीमार और कमजोर शरीर पर लू का असर ज्यादा तेजी से होता है। इसके चलते कई बार ऐसे लोगों की मौत तक हो जाती है।
पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा : कलक्टर जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कहा कि हीट वेव से मौत का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लगता है। जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मौत के और भी कई कारण हो सकते हैं।