इससे पहले केशवपुरा हनुमान मंदिर, अखाड़े से कलश यात्रा निकाली गई। यह क्षेत्र के प्रमुख मार्गों से होते हुए आयोजन स्थल पहुंची। कलशयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने मार्ग में भजनों पर जमकर नृत्य किया। कथा के व्यवस्थापक भवानी शंकर गर्ग ने बताया कि कथा का समापन 13 जनवरी को होगा। इस दौरान दोपहर एक से शाम को 5 बजे तक प्रतिदिन कथा होगी।
बारां रोड स्थित मानपुरा गांव में चल रही संगीतमय भागवत कथा में कृष्ण-रुकमणी विवाह प्रसंग का मनमोहक वर्णन किया गया। इस दौरान सजीव झांकी सजाई गई। कथा वाचक बाल व्यास पुनीत शर्मा ने बांके बिहारी की देख छटा…, मोहन से दिल क्यूं लगाया है…, मैं तो नाचूंगी सांवरिया… आदि भजनों से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।