सावधान ! नीच राशि का मंगल डेढ़ माह करेगा दंगल…बरसात से मिल सकती है राहत 2 जुलाई को हलहारिणी अमावस्या है। इस तिथि पर पितर देवताओं के लिए विशेष धूप-ध्यान करना चाहिए। इसी तिथि पर सूर्य ग्रहण भी होगा लेकिन यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। सूर्य ग्रहण अमेरिका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।
3 जुलाई से गुप्त नवरात्र ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार 3 जुलाई से गुप्त नवरात्र शुरू होंगे। इसमें साधक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की साधना कर उनकी पूजा करेंगे। ऐसा माना जाता है कि गुप्त नवरात्र में तांत्रिक सिद्ध पूजा की जाती है। एक साल में दो गुप्त नवरात्र व एक शारदीय व एक चैत्र नवरात्र आते हैं। यह द्वितीय गुप्त नवरात्र हैं। इसके बाद शारदीय नवरात्र अक्तूबर माह में आएंगे।
रथयात्रा महोत्सव : 4 जुलाई रथ यात्रा महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान जगन्नाथजी की यात्रा का निकलेगी। गुरु पुष्प योग भी रहेगा। भड़ल्या नवमी : 10 जुलाई को भड़ल्या नवमी आएगी। यह तिथि विवाह व सभी मांगलिक व शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त रहेगा।
देवशयनी एकादशी : 12 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस संबंध में मान्यता है कि इस तिथि से चार माह के लिए भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करने चले जाते हैं। देवउठनी एकादशी पर जागते हैं। इसी दिन से चातुर्मास भी शुरू हो जाएंगे। इन चार माह में मांगलिक व शुभ कार्य वर्जित रहते हैं।
गुरु पूर्णिमा : 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पड़ेगी। इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा। चंद्र ग्रहण रात 1.30 बजे के बाद शुरू होगा। ग्रहण का मोक्ष 4:30 बजे होगा। इसी तिथि पर आषाढ़ मास खत्म हो जाएगा और 17 जुलाई से सावन माह लगेगा।