सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आंकड़े देखे तो जनवरी से सितंबर तक यानी आठ माह के भीतर 23 मरीजों की मलेरिया रिपोर्ट पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। डेंगू के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन विभाग अलर्ट है। हालांकि वर्तमान में एक भी मलेरिया पीडि़त मरीज सक्रिय नहीं है। बताया जा रहा है कि मलेरिया के मरीज पिछले साल की अपेक्षा इस बार अधिक है। विकासखंड स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि गांव-गांव में लगातार शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा दवा छिडक़ाव जैसे तकनीक उपयोग किया जा रहा है। रोकथाम व जागरूक के उद्देश्य से गांव-गांव में जून माह से ही शिविर लगाया जा रहा है। दीवारों में पेंटिंग की मदद से जागरूक किया जा रहा है। मरीजों की मलेरिया की जांच की जा रही है।
पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड में अब तक सबसे अधिक मलेरिया के मरीज बंझीबन, घरीपखना, केंदई, पोंडी से सामने आए हैं। इनके अलावा अन्य गांव में मलेरिया मरीजों की संख्या कम हैं। बांगो डेम से लगे क्षेत्र में केस पहले से ज्यादा बढ़े हैं।