कोयले का भंडार होने की पुष्टि कोयले का यह भंडार करतला विकासखंड के पांच गांवों में फैला हुआ है। इसमें ग्राम मदनपुर, सरइडीह, कोल्गा, धौराभांठा और चचिया शामिल है। (chhattisgarh news hindi) इसका खुलासा एमईसीएल (मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड) के सर्वे में हुआ है। इस क्षेत्र में कोयले की मौजूदगी का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड को सर्वे का काम सौंपा था। कंपनी ने संबंधित क्षेत्र में कई माह तक सर्वे किया। इसके आधार पर केन्द्र सरकार को सर्वे की रिपोर्ट सौंप दिया है। (cg korba news hindi) इसमें कोल्गा- बताती (ईस्ट) और कोल्गा- बताती (नार्थ ईस्ट) में कोयले का भंडार होने की पुष्टि की गई है।
कोरबा के बड़े भू-भाग में कोयला कोरबा के बड़े भू- भाग को कोयले का भंडार है। यहां की जमीन पर कोल इंडिया की मेगा प्रोजेक्ट गेवरा, दीपका और कुसमुंडा पहले से संचालित हैं। (CG News) यहां से एसईसीएल के कुल खनन का दो तिहाई कोयला निकाला जाता है। इसके अलावा कोरबा एरिया के अंतर्गत मानिकपुर, रजगामार, सुराकछार, बलगी, ढेलवाडीह, सिंघाली और बगदेवा है। (chhattisgarh news) इसके अलावा कोरिया जिले से कोरबा जिले के पोड़ी विकासखंड में स्थित रानी अटारी खदान का संचालन किया जाता है।
आने वाले दिनों में होगी नीलामी बताया जाता है कि केन्द्र सरकार आने वाले दिन में कोल्गा- बताती ईस्ट और कोल्गा बताती नार्थ ईस्ट को नीलाम करेेगी। यह नीलामी ऑनलाइन होगी। (cg korba news hindi) इसकी प्रक्रिया आने वाले कुछ माह शुरू होगी।