विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत जटगा के पास कटोरीनगोई में आदिवासी विकास विभाग की ओर से कन्या आश्रम का संचालन किया जाता है। यहां रहकर बच्चियां स्कूल में पढ़ाई-लिखाई करती हैं। मंगलवार की शाम लगभग 4 बजे आश्रम में बच्चियों के लिए खाना बनाया गया था। शाम को बच्चियों ने इसे खाया। थोड़ी देर बाद बच्चियों की तबीयत बिगड़ने लगी। कई बच्चियों ने उल्टी की शिकायत की। किसी को दस्त होने लगी।
इस मामले की जानकारी बच्चियों ने हॉस्टल की
अधीक्षिका को दी। इसके पहले कि अधीक्षिका कुछ समझ पाती तबीयत खराब की बात कहने वाली छात्राओं की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी होने लगी। अधीक्षिका ने मामले की जानकारी पोड़ी विकासखंड के बीईओ को दिया। आदिवासी विकास विभाग को अवगत कराया गया। बच्चियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए डायल 108 की मदद मांगी गई। एंबुलेंस आश्रम पहुंची। बच्चियों को एंबुलेंस में बैठाकर कटघोरा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि उल्टी-दस्त की शिकायत पर 19 बच्चियों को भर्ती किया गया है और उनका इलाज चल रहा है। सभी बच्चियों की तबीयत खतरे से बाहर बताई जा रही है लेकिन उन्हें भर्ती कर निगरानी में रखा गया है।
फूड प्वाइजनिंग का मामला
घटना कैसे हुई और इसके पीछे क्या कारण है, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मगर जिस प्रकार से आश्रम में रहने वाली लड़कियाें ने तबीयत खराब होने की बात कही है उससे आशंका व्यक्त की जा रही है कि विषाक्त भोजन खाने से बच्चियों की तबीयत बिगड़ी है। मामले की सूचना मिलते ही
स्वास्थ्य विभाग के अलावा विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के खंड चिकित्सा अधिकारी और पुलिस के अफसर भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने बच्चियों से घटना की जानकारी ली।