तीनों हाथी कुदमुरा रेंज में घूम रहे दंतैल को ढूंढऩे गए थे। लेकिन दंतैल उस क्षेत्र के आसपास नहीं मिला। बताया जा रहा है कि उसी रेंज में एक मादा व बेबी एलीफेंट की सूचना वन विभाग को मिल गई थी। बाद में जानकारी मिलने के बाद अमला लौटा।
हालांकि वन विभाग का कहना है कि इसके लिए कई कोशिश की जाएगी। एक बार में दंतैल शांत नहीं होगा। इस वजह से तीनों कुमकी हाथी (Kumki elephant) को वापस कुदमुरा रेंज में लाया गया। दंतैल हाथी (Elephant) का लोकेशन ट्रेस किया जा रहा है।
हत्याकर दफनाई गई लाश की हुई पहचान, ड्राइवर पति पर संदेह कुमकी हाथियों (Kumki elephants) को रखने के लिए वन विभाग के पास उपयुक्त जगह नहीं है। इसलिए कुदमुरा के गजराज रेस्टहाउस में हाथियों को रखा गया है। जहां उनके आहार की व्यवस्था की गई है। कुमकी हाथी (Kumki elephant) दंतैल को कब तक और कितना कंट्रोल कर पाते हैं। यह अब देखने वाली बात होगी। पहली बार जिले में कुमकी हाथी (Kumki elephant) का प्रयोग किया जा रहा है।
इसलिए पूरे महकमे की नजर इन हाथियों पर है। आने वाले दिनों में खेती किसानी का दौर तेजी पकडऩे के बाद और भी परेशानी बढ़ेगी। फसल खाने दंतैल फिर से गांव के आसपास पहुंचेगा। दंतैल ग्रामीणों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
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