बुधवारी बाजार आर्य शिशु मंदिर के पास रहने वाली महिला अनिषा महंत छत्तीसगढ़ बिजली कंपनी की 200 मेगावाट प्लांट में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। एक दिन महिला को एक कॉल आया, इसमें टाटा की नेक्शन कार जीतने का प्रलोभन दिया गया। कार जीतने की बात सुनकर महिला भरोसे में आ गई। उसने कार के लिए हामी भर दी। तब ठगों ने रजिस्ट्रेशन, जीएसटी, आयकर सहित अलग-अलग काम के लिए किश्तों में आठ लाख रुपए लिया।
बेरिकेटिंग तोड़ भाग रही स्कार्पियो को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा, तलाशी में निकला दो क्विंटल गांजा, दो गिरफ्तार इस काम के लिए महिला को छह अलग-अलग नंबर से कॉल करते हुए कॉलर अपना नाम संजय शर्मा व अभिजीत प्रसाद व उनके सहयोगी बताया करते थे। इस ठगी के लिए ठगों ने एक ऑनलाइन प्रतिष्ठित कंपनी का नाम भी लिया। लेकिन महिला को नेक्शन कार नहीं मिली, तब महिला ने ठगों से पैसे वापिस लेने के लिए संपर्क किया, लेकिन पैसे भी नहीं मिले। इसके बाद महिला ने सीएसईबी चौकी में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस इसके लिए साइबर सेल की भी मदद ले रही है। अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जर्जर मकान, नोटिस के बाद भी कब्जाधारी मकान छोडऩे को तैयार नहीं, ईई ने कहा हादसा होता है तो हम जिम्मेदार नहीं महंगा पड़ा मोबाइल एप से स्लीपर का ऑर्डर, 99 हजार की ठगी
कटघोरा के एक व्यापारी को लाइन रोड एप में स्लीपर का ऑर्डर देना भारी पड़ गया। उसके खाते से 99 हजार 999 रुपए पार हो गए। व्यापारी ने घटना की शिकायत कटघोरा थाने में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि ठगी की यह घटना 26 दिसंबर सुबह लगभग 10 बजे की है। कटघोरा में रहने वाले एक सराफा व्यापारी शुभम् अग्रवाल ने अपने पिता के लिए लाइन रोड एप में स्लीपर का ऑर्डर किया।
इसके लगभग 15 मिनट के भीतर शुभम् के मोबाइल पर एक कॉल आया। इसमें नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि के बारे में पूछताछ की गई। इसके बाद एक अन्य मोबाइल नंबर पर शुभम् को फोन आया। इसमें ऑर्डर कैंसल करने की जानकारी दी गई। तब शुभम ने बताया कि उसका ऑर्डर केंसल नहीं किया गया है, कॉलर ने फोन पर बने रहने की बात कहते हुए ऑर्डर केंसल करने के लिए आगे की प्रक्रिया करने लगा। इसके थोड़ी देर बाद शुभम् के खाते से 99 हजार 999 रुपए पार हो गए। उक्त राशि चार किश्तों में निकाली गई। शुभम् ने घटना की शिकायत कटघोरा थाने में दर्ज कराई। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।