घटना कोरबा जिले के बांकीमोंगरा क्षेत्र की है। एसईसीएल कॉलोनी में रहने वाले कोल कर्मी अखिलेश साहू की 2 साल की पुत्री वंशिका साहू गुरुवार को घर के बाहर खेल रही थी। वंशिका की मां सीमा कीचन में काम कर रही थी।
बेटी के रोने की आवाज सुन मां निकली बाहर
कुत्तों ने बालिका के शरीर पर कई जख्म दे दिए थे। इससे वह चीख-चिल्ला रही थी। आवाज सुनकर मां किचन से बाहर निकली तो कुत्तों के बीच बेटी को देखकर उसके होश उड़ गए। इसके बाद पत्थर मारकर उसने किसी तरह कुत्तों को भगाया। इसके बाद घायल बेटी को वह गोद में उठाकर घर लाई और पति को सूचना दी।
कुत्तों द्वारा बेटी को काटे जाने की खबर मिलते ही पिता भी भागता हुआ धर आया और बेटी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर (Bilaspur hospital) रेफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने उसके शरीर पर कुत्तों के दांत से काटने के निशान गिने। कुत्तों ने बच्ची के शरीर पर 150 जगह काटा था। फिलहाल बालिका का उपचार जारी है।