एनआरआई को वोटिंग पावर नहीं, पर मुद्दों पर है पैनी नजर
कोण्डागांव। रामाकांत सिन्हा @ पत्रिका। CG election 2023: लोकतंत्र के महापर्व में आहुति रूपी वोट डालना हर कोई चाहता है। जिससे वह अपने इलाके के लिए एक बेहतर नेता चुन सके जो उनकी बातों को समझे और क्षेत्र का विकास कर सके। आज हम ऐसे ही कुछ अप्रवासी भारतीयों की बात कर रहे हैं जिनका गृह राज्य छत्तीसगढ़ है पर वे विदेश में जा बसे हैं। पत्रिका ने ऐसे लोगों से बात की और विधानसभा चुनाव को लेकर उनका अभिमत जाना।
बदलाव लाने का मादा रखने वाले को चुनें छत्तीसगढ़ के रहने वाले गणेश कर पिछले कुछ साल से शिकागो में रह रहे हैं । उन्होंने कहा कि, मैं छत्तीसगढ़ के लोगों से अनुरोध करता हूं कि, वे उम्मीदवारों को अच्छी तरह से जांचें, उनकी पृष्ठभूमि और दृष्टिकोण को समझकर फिर उन्हें वोट दें। दुर्भाग्य से एनआरआई वोट नहीं दे सकते, इसलिए शिक्षित लोगों का निवार्चित होना राज्य और समुदाय के लिए अच्छा होगा। वे कहते हे कि, मैं व्यक्तिगत नेतृत्व कौशल में विश्वास करता हूं अगर आपके पास एक दूरदर्शी नेता है तो पार्टी कोई मायने नहीं रखती।
उसे वोट दे जो महिलाओं के प्रति सम्मान रखता हो बस्तर के बैलाडीला की रहने वाली दीपाली भी शिकागों में अपने परिवार के साथ रह रही हैं। वह कहती हैं कि, केवल उसी उम्मीदवार को वोट दें जो महिलाओं के प्रति सम्मान रखता हो। उम्मीदवार के पास उन्हें समर्थन देने और रोजगार के अवसर प्रदान करने का दृष्टिकोण होना चाहिए। वे कहती हैं कि, छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी के कई मामले हैं, इसलिए जब उम्मीदवार मदद मांगने के लिए घर आए तो प्रश्न पूछे कि ऐसी स्थितियों से वे कैसे संभालेंगेे।
औद्योगिक क्षेत्रों में इंफ्रा पर अधिक ध्यान देना चाहिए कैलिफोर्निया में रह रहीं पूजा महतो कहती हैं कि, उम्मीदवार का दृष्टिकोण पयर्टन के संरक्षण और प्रचार-प्रसार व इंफ्रा पर ध्यान देने वाला होना चाहिए। सरकार को विशेष रूप से कोरबा, बाल्को, दीपका जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में इंफ्रा पर अधिक ध्यान देना चाहिए, जहां एशिया का सबसे बड़ा कोयला खदान हैं, लेकिन इंफ्रा की हालत सबसे खराब है।
छत्तीसगढ़ को जैविक राज्य बनाया जाए वाशिंगटन डीसी में रहने वाले अप्रवासी भारतीय अमन तिवारी कहते हैं कि, छत्तीसगढ़ को जैविक राज्य बनाया जाए, क्योंकि इसे पूरा करने के लिए यहां सभी प्रकार के प्राकृतिक संसाधन हैं। आज हर कोई मानसिक और शारीरिक रूप से काफी मेहनत कर रहा है तो अब समय आ गया है कि, उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखा जाए।