मायापुर इस्कॉन मंदिर
गर्मी को ध्यान में रखते हुए भगवान को चन्दन का लेप लगाकर शीतलता प्रदान करने में भक्तगण जुटे हैं। इस्कॉन मंदिर में भारत के ही नहीं अमरीका, चीन, रूस, ब्राजील, ब्रिटेन समेत अन्य देशो से भक्तगण आकर चन्दन घिस रहे हैं ताकि उसका लेप अपने आराध्य को लगा सकें। वैदिक कैलेंडर के मुताबिक, चंदन यात्रा उत्सव अक्षय तृतीया के शुभ दिन से मनाया जाता है। लोग इस दिन को बहुत पवित्र मानते हैं। यह दिन इतना शुभ होता है कि प्रथा अनुसार इसी दिन से पुरी एवं मायापुर में जगन्नाथ रथ यात्रा का प्रारम्भिक कार्य शुरू हो जाता है। शाम को उत्सव विग्रह को भक्त की टोली पालकी में बैठाकर खूब नृत्य, कीर्तन करते हुए चंद्रादया मंदिर की परिक्रमा करते हुए प्रभुपद समाधी के सामने तालाब में फूलों से सुसज्जित विशाल नौका में श्री श्री राधा माधव को विहार कराया जाता है। इस्कान मायापुर के मीडिया प्रवक्ता सुब्रतो दास के अनुसार इस उत्सव में कार्यवाहक न्यायाधीश ज्योतिर्मय भट्टाचार्य अपने परिवार सहित भाग लेने 21 अप्रेल को पहुंचे थे।मिन्टो पार्क, इस्कॉन मंदिर
मिंटो पार्क के इस्कॉन मंदिर में सुबह से लेकर शाम तक भक्तगण आ रहे हैं तथा चन्दन घिसने का काम कर रहे हैं। यह चन्दन का लेप दूसरे दिन सुबह भगवान के विग्रह को लगाया जाता है। मिंटू पार्क स्थित इस्कॉन मंदिर में भी उत्सव मनाया जा रहा है। मंदिर के जनरल मैनेजर व स्पोकपर्सन राधारमण दास ने बताया कि भक्तों के लिए चन्दन घीसने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। वहां से चन्दन को लेकर भगवान की पूजा की जा रही है। रोजाना सुबह-शाम को भजन-कीर्तन के साथ ही गीता व भागवत कथा का पाठ भी कराया जा रहा है।