खरगोन. शहर की होनहार बेटी गरिमा अग्रवाल ने भारतीय
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2017 में 241 वीं रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया। गरिमा ने यह उपलब्धि अपने पहले ही प्रयास में हासिल की। इसके पहले वर्ष 2012 में उनकी बड़ी बहन प्रीति भी
यूपीएससी में चयनित हो चुकी है। गरिमा और प्रीति देश की तीसरी और प्रदेश की पहली ऐसी सगी बहनें हैं, जिनका यूपीएससी में चयन हुआ है। भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक और पूर्व जिलाध्यक्ष कल्याण अग्रवाल की सबसे छोटी संतान गरिमा के अब आईपीएस में जाने की पूरी संभावना बनी है। देश में महिला सम्मान और बेटियों के सुरक्षा के मुद्दें पर मचे घमासान के बीच गरिमा की सफलता ने बेटियों को मजबूत हौंसलों और दृढ़ इच्छाशक्ति से सफलता का संदेश दिया। गरिमा ने कहा कि बेटियों को हर क्षेत्र में अपना कदम आगे बढ़ाना चाहिए। राजनीति, प्रशासन, व्यापार, कला, संस्कृति हर क्षेत्र में महिलाएं बढ़चढ़कर भागीदारी करेंगी तो किसी तरह के अभियान नहीं चलाना पड़ेगी।
संयुक्त परिवार और संस्कारों से बढ़ा मनोबल गरिमा ने शहर के सरस्वती विद्या
मंदिर में 10 वीं तक की पढ़ाई की। गरिमा ने बताया कि माता किरण अग्रवाल और पिता कल्याण अग्रवाल का विश्वास हमेशा उन पर बना रहा। संयुक्त परिवार और संस्कारों ने उनका मनोबल बढ़ाया। आदर्श संयुक्त परिवार के कारण सभी भाई-बहनों ने उच्च शिक्षा हासिल कर सफलता हासिल की। परिवार की दोनों बेटियों की सफलता पर सभी सदस्य खुशी से गदगद है।
यूएस और जर्मनी में भी हासिल की शिक्षा गरिमा ने रोटरी इंटरनेशनल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यूएस के मिनिसोटा में 11वीं की पढ़ाई की। इसके बाद राजस्थान के
कोटा शहर में पढ़ाई जारी रखी। गरिमा ने आईआईआईटी हैदराबाद से इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्यूनिकेशन में बीटेक व एमएस किया। इस बीच जर्मनी के बोन शहर से रोबोटिक्स विषय में इंटर्नशिप की। पिछले ढाई सालों से गरिमा दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रही थी।
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