scriptकौन बनेगा जिलाध्यक्ष… बंद कमरे में राय शुमारी, बाहर समर्थकों संग सांसद, विधायक बनाते बिगाड़ते रहे समीकरण | Patrika News
खंडवा

कौन बनेगा जिलाध्यक्ष… बंद कमरे में राय शुमारी, बाहर समर्थकों संग सांसद, विधायक बनाते बिगाड़ते रहे समीकरण

-भाजपा जिलाध्यक्ष की फेहरिस्त हुई लंबी, लिफाफे में बंद हुए नाम
-अपने-अपने नेताओं सहित मंडल अध्यक्ष, जिला प्रतिनिधियों से दावेदारों ने की मनुहार
-सांसद, विधायक, महापौर ने बाहर संभाला मोर्चा

खंडवाDec 28, 2024 / 12:02 pm

मनीष अरोड़ा

BJP

खंडवा. रायशुमारी के दौरान सांसद अपना दरबार अलग लगाकर बैठे नजर आए।

भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारों की फेहरिस्त ऐन वक्त पर लंबी हो गई। जिलाध्यक्ष की दौड़ में कई नए भी सामने आए। खुली दावेदारी होने कईयों ने अपना नाम भी आगे बढ़ा दिया। गुरुवार को भाजपा जिला निर्वाचन अधिकारी रायसिंह सेंधव और निर्वाचन प्रेक्षक महेंद्र भटनागर ने अग्रवाल ओवरसीज के बंद कमरे में अपेक्षित लोगों से रायशुमारी की। इस दौरान सांसद, विधायक, महापौर, जिलाध्यक्ष ने बाहर मोर्चा संभाले रखा। रायशुमारी के बाद नाम लिफाफाबंद किए। अब 31 दिसंबर तक जिलाध्यक्ष की घोषणा की जाएगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए पहले करीब 17 नाम सामने आ रहे थे। रायशुमारी से पहले कई नए नाम भी इसमें शामिल हो गए। करीब 32 दावेदार जिलाध्यक्ष के लिए बताए जा रहे है। गुरुवार को बंद कमरे में हुई रायशुमारी में जिला निर्वाचन प्रभारी और प्रेक्षक ने तय फार्म पर तीन-तीन नामों के सुझाव लिए। जिलाध्यक्ष के लिए इस बार फार्म में दो कॉलम ओर बढ़ाए गए, जिसमें महिला और एससी वर्ग के नाम भी लिए गए। इस तरह कुल पांच नामों का पेनल बना। रायशुमारी में सांसद, चारों विधायक, महापौर, जिपं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, निगम अध्यक्ष, वर्तमान जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक, पूर्व जिलाध्यक्षों सहित हाल ही में बनाए गए मंडल अध्यक्षों और मंडल प्रतिनिधियों कुल 58 लोगों से सुझाव लिए गए है।
पूर्व विधायक तलाश रहे अपनी जमीन
रायशुमारी के दौरान पूर्व विधायक देवेंद्र वर्मा भी सक्रिय नजर आए। जिलाध्यक्ष के लिए उनकी भी दावेदारी बताई जा रही है। एससी वर्ग सहित सामान्य रूप से भी उनका नाम आगे बढ़ाया गया है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद से पूर्व विधायक वर्मा पार्टी में हाशिए पर है। सांसद पाटिल और महापौर अमृता अमर यादव के बीच वर्चस्व की लड़ाई में अब पूर्व विधायक भी अपनी जमीन तलाशने में लगे है, ताकि पार्टी में अपना वर्चस्व दोबारा जमा सके।
नंदू भैया के समय पहले ही तय हो जाता था नाम
दिवंगत सांसद व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे नंदकुमारसिंह चौहान नंदू भैया का पार्टी में दबदबा था। नंदू भैया के समय जिलाध्यक्ष के लिए कोई रायशुमारी नहीं होती थी, वह सर्वसहमति से नाम तय कर देते थे, जिस पर सब मोहर लगा देते थे। नंदू भैया के दिवंगत होने के बाद खंडवा जिला भाजपा में वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल खंडवा और बुरहानपुर में अपना दबदबा बनाना चाहते है। मंत्री विजय शाह का हरसूद में कोई विरोध नहीं है और वे जिले की राजनीति में दखल भी नहीं देते। विधायक तनवे सांसद गुट समर्थक जरूर है, लेकिन अपना अगल वर्चस्व भी कायम करना चाहतीं है। वहीं, महापौर अमृता अमर यादव गुट भी अपना वर्चस्व बनाने में लगा हुआ है।
ये शामिल जिलाध्यक्ष की दावेदारी में
सामान्य वर्ग व राजपूत समाज से इस बार कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे है। इसमें पूर्व जिपं अध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, अरुण सिंह मुन्ना, राजपालसिंह चौहान, मंगलेश तोमर, जितेंद्र मंडलोई, राजेश तिवारी, नरेंद्रसिंह तोमर, लोकेंद्रसिंह गौड़, राजेश तिवारी, दिनेश पालीवाल, धर्मेंद्र बजाज सहित वर्तमान जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, नंदन करोड़ी, आशीष चटकेले, त्रिलोक पटेल, सुखदेव पटेल, संतोष सोनी, नानूराम मांडले, पूर्व विधायक देवेंद्र वर्मा, पूर्व महापौर भावना शाह, सूरजपाल सिंह का नाम शामिल बताया जा रहा है।

Hindi News / Khandwa / कौन बनेगा जिलाध्यक्ष… बंद कमरे में राय शुमारी, बाहर समर्थकों संग सांसद, विधायक बनाते बिगाड़ते रहे समीकरण

ट्रेंडिंग वीडियो