कबीरधाम कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री रमेश कुमार शर्मा ने लोक शांति बनाए रखने के लिए सम्पूर्ण नगरपालिका क्षेत्र कवर्धा में कफ्र्यू लगा दिया है। अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर नगर के कोई भी नागरिक अपने घर से बाहर नही निकलेंगे। कवर्धा शहरी क्षेत्र में पहले से धारा -144 लागू है। कलेक्टर ने आम नागरिकों से शांति, संयम बरतने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा कि कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा आगामी आदेश तक पूरे शहर में कफ्र्यू लगा दिया गया है। कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर न निकले। घर में रहे सुरक्षित रहे। शहर में सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए शहर में कोई व्यक्ति किसी स्थान पर फंसा हुआ है या कहीं पर किसी प्रकार की दुर्घटना घट रही है उसकी जानकारी तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 9479192499 में सूचित करें ताकि समय रहते आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जा सके।
कवर्धा में मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम का ऐलान किया था। उसके पहले सुबह दस बजे राजनंादगांव सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने एक रैली निकाली। रैली खत्म होने के बाद भीड़ कई टुकड़ों में बंट गई। एक टोली गांधी चौक, दूसरी धड़ा लोहारा नाका पहुंच गया जहां से इस पूरे घटनाक्रम का विवाद शुरू हुआ था। दोनों ही धड़े ने कुछ देर में घरों के बाहर खड़ी गाडिय़ों और दुकानों में तोडफ़ोड़ करना शुरू कर दिया। कई जगहों पर उपद्रवियों ने गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ को हिंसक होते देख एसपी मोहित गर्ग और एसडीएम ने लाठीचार्ज करने का आदेश दिया। जिसके बाद भीड़ को खदेड़ा गया। कई लोग गांधी मैदान से लगे दर्री पारा बस्ती में घुसकर लोगों से मारपीट करने लगे उन्हें भी पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए रोका। वहीं ठाकुर पारा में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
शनिवार को खंभे पर झंडा लगाने के नाम पर उपजा विवाद कवर्धा शहर में अशांति का कारण बन गया। कुछ लोगों के बीच की लड़ाई दो समुदाय की लड़ाई में बदल गया, फिर देखते ही देखते शहर का माहौल ही बदल गया। तनाव की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने शहर में धारा 144 लागू कर दिया था।
मामला कवर्धा शहर का ही है। शनिवार की रात को लोहारा नाका के पास एक खंभे पर झंडे लगाने की बात पर कुछ युवाओं का आपस में वाद विवाद हुआ। दूसरे दिन रविवार को दोनों पक्षों के दो लोगों के साथ मारपीट हुआ। फिर दोपहर करीब दो बजे विवाद और बढ़ गया। यह मारपीट दो समुदाय के बीच का विवाद बन गया। दोपहर 3 बजे बड़ी संख्या में लोग कार्रवाई को लेकर थाना पहुंचे। बाहर से ही नारेबाजी होने लगी। इस बीच माहौल को और बिगाडऩे के लिए कुछ लोगों द्वारा पथराव कर दिया, जिससे एक युवक के चोट लगी। खून बहने लगे, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद आक्रोश और बढ़ गया। फिर युवाओं की भीड़ सीधे लोहारा नाका की ओर बढ़ चली जहां से विवाद शुरू हुआ था।