CG News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में ग्रहों के राजा सूर्य 15 दिसंबर रविवार के दिन वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। इसे धनु संक्रांति भी कहा जाता है क्योंकि सूर्य धनु राशि के लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं और करीब एक माह तक रहेंगे।
CG News: खरमास के दिनों में सूर्य देव धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इसके साथ ही बृहस्पति ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है। वहीं बृहस्पति यानी गुरु ग्रह को शुभ कार्यों का कारक माना जाता है। विवाह के लिए शुक्र और गुरु दोनों का उदय होना आवश्यक होता है। अगर दोनों में से एक भी अस्त रहेगा, तो शुभ व मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है।
बता दें कि ज्योतिष शास्त्र और सनातन धर्म में खरमास में कुछ कार्यों का संपादन वर्जित माना गया है। जैसे इस दौरान सभी प्रकार के मांगलिक कार्य, शादी-विवाह आदि वर्जित होते हैं। अक्सर मार्गशीर्ष और पौष मास के बीच खरमास लगता है। देवउठनी एकादशी के साथ ही शादी-विवाह जैसे शुभ कार्य शुरू हुए, लेकिन अब फि र शुभ कार्यों और लग्नों पर पूर्ण विराम लग चुका है।
खरमास के दौरान इन कार्यों को न करें
धर्म शास्त्रों के अनुसार खरमास के दौरान तामसिक भोजन के सेवन बचना चाहिए। इस दौरान प्रतिदिन तांबे के पात्र में दूध और पानी रखकर पीना अशुभ व हानिकारक माना जाता है। इस माह में कोई भी नया वाहन नहीं खरीदना चाहिए। इसके अलावा विवाह और गृह प्रवेश भी नहीं करना चाहिए।कोई भी नया कारोबार इस अवधि में शुरू नहीं करना चाहिए।
Hindi News / Kawardha / CG News: खरमास के चलते फिर से कई शुभ कार्य व लग्नों पर लगा विराम, एक महीने तक नहीं होगी शादी