मामला नाबालिग बालिका संबंधी होने से थाना प्रभारी द्वारा तत्काल थाना स्तर पर टीम तैयार की गई। टीम द्वारा अपहृत नाबालिग लड़की की पतासाजी के लिए लगातार आसपास और संभावित स्थान में संदेहियो से लगातार पूछताछ कर रहे थे। पतासाजी दौरान अपहृता के परिजन द्वारा स्वत: अपनी नाबालिक बालिका को थाना लेकर उपस्थित हुए।
पीड़िता से पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर बताई की रोहित परस्ते द्वारा जबरदस्ती अपने साथ भगाकर रायपुर में ले जाकर रखा था। वहां पर कई बार जबरदस्ती शारीरिक सम्बंध बनाया है, जिस पर आरोपी रोहित परस्ते के विरुद्ध प्रकरण में धारा 366, 376(2)(छ), 376(3) का अपराध घटित करना पाए जाने पर विधिवत उचित वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक व्यासनरायण चुरेंद्र, सहायक उपनिरीक्षक प्रहलाद चंद्रवंशी, महिला आरक्षक बिमला धुर्वे का योगदान रहा।