उमरियापान थाना पुलिस इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारी दी। एसडीओपी मोनिका तिवारी ने बताया कि, लोगों से ठगी करने वाला ये गिरोह उमरियापान थाना क्षेत्र में कई दिनों से सक्रीय था। तीन दिनों पहले दो लोगों का गिरोह खाम्हा गांव के सोनू चौधरी (30) के घर पहुंचा। सोनू की 12 वर्षीय बेटी लकवा से पीड़ित हैं। गिरोह में शामिल जवाहर सिंह (50) और राजेन्द्र सिंह (34) ने सोनू और उसकी पत्नी लक्ष्मीबाई को अपने झांसे में फंसाया। बेटी की झाड़ फूंक किया और जड़ी बूटी दवाइयां दी। दंपत्ति से अलग अलग बीस हजार रुपए लिए और चार पहिया वाहन में भाग गए।
सोनू की शिकायत पर पुलिस ने धारा 420, 34 का अपराध कायम कर विवेचना की। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन के निर्देशन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केड़िया और एसडीओपी मोनिका तिवारी के मार्गदर्शन में उमरियापान थाना प्रभारी एसराज पिल्लई ने पुलिस कर्मियों के साथ पन्ना जिले के शाह नगर थाना क्षेत्र के पकरिया गांव पहुंचे। पुलिस को सूचना मिली की विसान चौक पर कुछ बाहरी लोग डेरा जमाकर बीते कुछ दिनों से रह रहे है। पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी भगने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने पीछा कर जवाहर सिंह को पकड़ लिया, जबकि राजेंद्र सिंह चार पहिया वाहन लेकर बोरी गांव के जंगल की तरफ भाग गया।
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आरोपियों से जब्त सामान
स्थानीय वन चौकी और ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस टीम ने घेराबंदी करते हुए जवाहर सिंह को भी पकड़ लिया। बुधवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को उमरियापान लेकर आई। पुलिस ने चार पहिया वाहन समेत दोंनो के पास से साधु वेशभूषा के कपड़े, जड़ी बूटियां, सफेद कागज से नोट बनाने में उपयुक्त करने का एसिड, नील ,बैग समेत अन्य सामग्री जब्त की।
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दो राज्यों में दे चुके हैं वारदात को अंजाम
थाना प्रभारी एसराज पिल्लई ने बताया कि, इनके गिरोह के द्वारा मध्य प्रदेश के अलग अलग ग्रामीण क्षेत्रों और महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी इस तरह की ठगी लोगों के साथ की गई। कार्रवाई में थाना प्रभारी एसराज पिल्लई,एएसआई रामेश्वर तिवारी,प्रधान आरक्षक शैलेश दमोहिया, आरक्षक रत्नेश दुबे, योगेश पटेल व साइबर सेल टीम की विशेष भूमिका रही।