शहीद प्रदीप पटेल के घर के सामने रहने वाले चिकित्सक राजकुमार पटेल व गांव के मुकेश पटेल ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि प्रदीप पटेल सेना में वाहन चालक थे। घटना की खबर मिलते ही गांव व क्षेत्र में शोक का माहौल है।
यह दुर्घटना पश्चिम बंगाल के पेडोंग से सिक्किम के जुलूक जाते समय होना बताई जा रही है। इस दुर्घटना में 3 जवानों की मौत मौके पर हो गई, वहीं एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया है। शहीद प्रदीप पटेल का पार्थिव शरीर शुक्रवार को गांव पहुंचने की संभावना है। सूचना मिलते ही विजयराघवगढ़ पुलिस शहीद के घर पहुंची है और स्थिति का जायजा लिया।
एक माह पहले ही आये थे प्रदीप
ग्रामीणों ने बताया कि छुट्टी पर एक माह पहले ही घर आए थे। घर में पिता वैशाखू पटेल, मां, दो बहन हैं, जो ससुराल में रहती हैं। 3 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे, अब शहीद होने से गहरा आघात पहुंचा है। बताया जा रहा है कि प्रदीप वैशाखू के इकलौते बेटे थे, जो देश की सेवा में शहीद हो गए हैं। विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी रीतेश शर्मा ने बताया कि सेना के जवान की शहीद होने की खबर मिली है। शहीद के घर स्टॉफ को भेजा गया है, ताकि वे स्थिति की जानकारी लेते रहें।