इस पहल के तहत स्कूलों में जीपीएस इनेबल कैमरों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे कि शिक्षकों की उपस्थिति की सटीक जानकारी प्राप्त हो सके। इसके अलावा, स्कूल समय के दौरान उपस्थिति की जानकारी और उपस्थिति पंजी को व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षा अधिकारी तक पहुंचाया जा रहा है। यह प्रक्रिया न केवल शिक्षकों को समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी बल्कि समय के साथ उनकी अनुशासन व्यवस्था में भी सुधार आ रहा है।
अभी प्रायोगिक स्तर पर है योजना
यह योजना फिलहाल प्रायोगिक स्तर पर चल रही है। आने वाले समय में इस प्रक्रिया में और भी सुधार किए जाएंगे, ताकि शिक्षक उपस्थिति प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और सुदृढ़ता लाई जा सके। इसके अलावा स्कूलों का औचक निरीक्षण कर भी व्यवस्थाएं देखी जा रही हैं। स्कूल प्रभारियों, शिक्षकों से चर्चा कर उन्हें अध्यापन कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
स्कूलों में शिक्षक समय पर पहुंचें और बच्चों को पढ़ाएं, इसके लिए स्कूलों में जीपीएस इनेबल कैमरों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे कि शिक्षकों की उपस्थिति की सटीक जानकारी प्राप्त हो सके। लापरवाही पर कार्रवाई सुनिश्चित होगी। बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
प्रवीण तिवारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी।