ये है मामला
बात कुछ ऐसी है कि राजाराम पटेल अपनी गर्भवती पत्नी के साथ बसाड़ी गांव की खानपान की एक दुकान से समोसे खरीद रहे थे। दुकान में समोसे कम थे तो दुकानदार ने राजाराम को सभी समोसे दे दिए। इसी दौरान रेत ठेका कंपनी के कर्मचारी भी वहां समोसा खाने पहुंचे और दुकानदार से समोसे की मांग की। इसी बता को लेकर राजाराम पटेल और कर्मचारी के बीच समोसा खरीदने को लेकर कहासुनी हो गई और बात मारपीट तक आ पहुंची। ग्रामीणों को जब इस बात की सूचना मिली तो वो भी आक्रोशित हो गए और कर्मचारी को घेर लिया। यह भी पढ़े – 1 जनवरी 2025 से शुरु होगा नया मिशन, किसानों और महिलाओं के साथ इऩ लोगों को होगा बड़ा फायदा जमकर हुआ पथराव, जला दिया वाहन
कर्मचारी जैसे-तैसे वहां से भाग निकला और पास ही में स्थित रेत कंपनी के ऑफिस में जा पंहुचा। ग्रामीण भी कर्मचारी के पीछा कर वहां आ पहुंचे और ऑफिस को घेर कर विवाद करने लगे। आक्रोशित ग्रामीणों ने रेत कंपनी के कार्यालय में पथराव शुरू कर दिया तो वहीं कार्यालय की छत से खड़े होकर कर्मचारियों ने भी पलटवार करते हुए पथराव किया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर से पत्थर बरसते रहे। कई ग्रामीण डंपर व ट्रक की आड़ लेकर पथराव करते नजर आए। पथराव के बीच ग्रामीणों ने रेत कंपनी के कार्यालय के समीप खड़े उनके चौपहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया।
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बढ़ते तनाव की सूचना मिलते ही एएसपी संतोष डेहरिया विजयराघवगढ़, बरही, एनकेजे व बड़वारा थाना के बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस बल ने विवाद कर रहे ग्रामीणों को खदेड़ा और पथराव रुकवा दिया। इसके बाद एएसपी पीड़ित दंपति से मिलने उनके घर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। राजराम की गर्भवती पत्नी ने कर्मचारी पर आरोप लगाया कि उसने मारपीट के दौरान उसके पेट पर लात मारी है। घटना के बाद देर रात बड़वारा पुलिस ने क्षेत्र में लैगमार्च किया। एसपी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों में कौन घायल हुआ है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।