बड़ी संख्या में छात्राओं के बीमार होने की सूचना व कलेक्टर के आदेश के बाद डीपीसी केके डेहरिया विजयराघवगढ़ अस्पताल पहुंचे और यहां मौजूद छात्राओं व उनके परिजनों से चर्चा की। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने रात में खाना खाया था और उसके कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। डीपीसी ने बताया कि कन्या छात्रावास होने के कारण छात्रावास का जायजा मंगलवार को नहीं किया गया है। बुधवार को महिला अधिकारियों की टीम सहित छात्रावास में जांच की जाएगी।
किचन को किया सील, होगी सैंपलिंग
जानकारी के अनुसार छात्राओं के उल्टी-दस्त से पीडि़त होने व भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठने के छात्रावास में बने भोजन की जांच के आदेश कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने दिए है। जांच के पूर्व छात्रावास के किचन को सील कर दिया गया है। बुधवार को यहां फूड सैंपलिंग कराई जाएगी व रॉमटेरियल की जांच होगी।
रात में छात्रावास कर्मचारी ने छात्रावाओं के बीमार होने की सूचना दी थी, जिसके बाद 108 को भेजा गया था। प्रथम दृष्टया दूषित भोजन या पानी के कारण छात्राओं की बीमार होना सामने आया है। 21 में से 17 छात्राओं को डिस्चार्ज कर दिया गया है। शेष छात्राओं का उपचार जारी है।
डॉ. विनोद, बीएमओ, विजयराघवगढ़ अस्पताल
केके डेहरिया, डीपीसी प्रतिदिन की तरह हाई स्कूल एवं मिडिल स्कूल की छात्राएं आवासीय छात्रावास में रहकर समय से अध्ययन एवं भोजन प्राप्त कर रही है। अचानक एक छात्रा को उल्टी होते देख अन्य छात्राओं को उल्टी होने लगी। यह क्यों हुआ, इसका कारण स्पष्ट नहीं है।
रचना मिश्रा, वार्डन, कस्तूरबा गांधी छात्रावास