चार थानों की पुलिस नहीं संभाल पा रही व्यवस्था
मुख्य रेलवे स्टेशन के सामने यातायात व्यवस्था को लेकर चार थानों की पुलिस पर जिम्मेदारी है, इसके बाद भी मनमानी जारी है। आरपीएफ थाना को हमेशा व्यवस्था पर ध्यान देना है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जाता। मुख्य स्टेशन के सामने जीआरपी थाना है। यहां का स्टॉफ जाम को देखता रहता है, लेकिन कार्रवाई नहीं करता। इसके अलावा कोतवाली और यातायात पुलिस भी यहां से भ्रमण कर निकल जाती है। इसके बाद भी व्यवस्था बिगड़ी रहती है।
खास-खास:
– सुबह, दोपहर और शाम को ट्रेनों की संख्या बढऩे पर होती है अधिक समस्या।
– एक ऑटो में जबतक 10 से 12 सवारी नहीं बैठ जाती तबतक चालक नहीं बढ़ाते।
– इ-रिक्शा चालक भी बीच सड़क खड़ा कर बैठाते हैं सवारी, लगाते हैं जाम।
– स्टेशन के सामने सहित दिलबहार चौराहा तक रहती है चालकों की धमाचौकड़ी।
इनका कहना है
व्यवस्था को लेकर आरपीएफ टीम राउंड लगाती है। इसमें जीआरपी, सिविल और यातायात पुलिस को भी ध्यान देना चाहिए। व्यवस्था न बिगड़े, यात्रियों को परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा।
धर्मेंद्र पटेल, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी।
अधिकांश समय ऑटो चालकों को समझाइश दी जाती है। आरक्षकों को भी कार्रवाई के लिए तैनात किया जाता है। स्टेशन के सामने की व्यवस्था न बिगड़े इसको लेकर और ध्यान दिया जाएगा।
डीपी चड़ार, जीआरपी थाना प्रभारी।
हमेशा स्टेशन का राउंड लिया जाता है। होली के चलते अभी कार्रवाई थोड़ा कम हो गई थी। शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी। ऑटो व इ-रिक्शा चालकों को भी समझाइश दी जाएगी। नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
राघवेंद्र भार्गव, यातायात प्रभारी।