घटना के पता चलते ही आरोपी के बड़े भाई ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया। पुलिस ने बड़े भाई की तहरीर पर मुकदमा लिखते हुए, छोटे बेटे और उसके साले को गिरफ्तार कर लिया है। दोनो ने जर्म भी कबूल कर लिया है। पुलिस ने कट्टा और कार बरामद कर ली है।
बेटों मे बराबर बटवारा चाहती थी मां
होमगार्ड जगदीश गिरी के पास 15 बीघा जमीन है। जिसमें 12 बीघा जमीन जगदीश के नाम थी और 3 बीघा मां के नाम। मां दोनों बेटों को बराबर-बराबर हिस्सा देना चाहती थी। जगदीश इसके लिए राजी नहीं था। उसने अपना 12 बीघा हिस्सा बडे़ बेटे नरेंद्र को दे दिया।
वहीं मां को जब पता चला तो उसने अपनी 3 बीघा जमीन छोटे बेटे पुष्पेंद्र के नाम कर दी। जमीन बंटवारे के बाद परिवार टूट गया दोनों पति-पत्नी अलग रहने लगे। जगदीश बड़े बेटे के साथ रहने लगा और मां छोटे बेटे के साथ रहने लगी।
पिता से नाराज था बेटा
पुष्पेंद्र पिता से नाराज था। बंटवारे को लेकर अक्सर पिता और बेटे में लड़ाई होती रहती थी। मां हमेशा पुष्पेंद्र को समझाती थी। मां के मर जाने के बाद पुष्पेंद्र की प्रोपर्टी को लेकर पिता से काफी बहस हुई। जिसके बाद पुष्पेंद्र ने अपने साले के साथ मिलकर अपने पिता को मारने का प्लान बनाया।
बेटे ने पिता को मिलने के लिए बुलाया। फिर पिता को गाडी़ से टक्कर मारी और फिर तीन गोलियां मार दी। गोली की आवाज सुन कर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। होमगार्ड का बड़ा बेटा नरेंद्र भी वहां पहुंच गया। जगदीश खून से लथपथ गंभीर हालत में जमीन पर गिरे हुए थे। परिवार वालों ने फौरन पुलिस को जानकारी दी गई।