बीआरसी कार्यालय पर प्रदेश संघ के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली की मांग और प्ररेणा एप के विरोध में शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी शिक्षक नेताओं का कहना है कि सरकार की दोहनकारी नीतियों के चलते शिक्षक परेशान हैं। शिक्षक नेता ब्रजेश राठौर ने जिलाधिकारी कासगंज को आढे हाथ लेते हुए कहा कि विद्यालयों में पहुंच कर अध्यापकों से 17 का पाढ़ा पूछा जाता है, यदि जिलाधिकारी से पूछा जाये तो क्या वह जवाब दे सकते हैं। शिक्षको ने आरोप लगाया कि जिलाधिकारी शिक्षकों से चिढ़ते हैं।
यह भी पढ़ें-पुलिस ने पहले टरकाया, अब कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गैंगरेप का केस वहीं शिक्षक नेता अलोक दुबे ने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में शिक्षक सम्मान बचाओ कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने सरकार को शिक्षक विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरस्वती शिशु मंदिरों के शिक्षकों का शोषण हो रहा है, सरकार चाहती है कि प्रदेश के शिक्षक भी विद्या मंदिर, शिशु मंदिर के शिक्षकों की तरह बन जाएं, जिससे वह उनके लिए चुनाव में कार्य करें।