पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खण्डपीठ स्थापना के लिए तेज होगा आंदोलन
अप्रैल में बहन की गोद से छीन ले गए थे बदमाशचार माह से बेटे की बरामदगी की गुहार में दर-दर की ठोकरें खा रही मां सुखदेवी ने बताया कि वह आठ अप्रैल, 2019 को लगने वाले गांव कुतुबपुर मेले में अपनी सात वर्षीय बेटी अनुष्का और डेढ़ वर्षीय बेटा मयंक को लेकर गई थी। बेटी अनुष्का के गोद में बैठे मयंक को कुछ अज्ञात लोग छीनकर ले गए। कासगंज पुलिस ने अज्ञात में बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कर बच्चे की तलाश में कोई ठोस प्रयास नहीं किये। यहीं वजह रही कि बच्चे की बरामदगी नहीं हो सकी। दलित और गरीब होने के कारण पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। साफ तौर पर कहा कि अगर हमारा बच्चा नहीं मिला तो भूख हड़ताल और आत्मदाह करेंगे।
उधर मामले में पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने बताया कि पूर्व में परिजनों को जिन लोगों पर शक था, उन्हें उठाकर पूछताछ की गई थी, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला। आज फिर इन्होंने नये लोगों पर शक जाहिर किया है। उनसे भी पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरा प्रयास कर रही है कि बच्चा बरामद हो जाए।