जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि गत विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने दो अप्रेल 2018 को भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने का वादा किया था। लेकिन अभी तक न तो मुकदमे वापस लिए गए और न ही मृतकों के परिवारजनों को आर्थिक सहायता व नौकरी मुहैया कराई।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूर्व में भी कई बार जयपुर समेत जिला व उपखंड मुख्यालयों पर इसको लेकर ज्ञापन दिए जा चुके हैं। लेकिन सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। कार्यकर्ताओं ने 20 दिन में कार्रवाई नहीं होने पर जयपुर में विधानसभा के घेराव की चेतावनी दी। इस दौरान रणवीर, विमला, सुरजीत, मानसिंह, राकेश आदि मौजूद थे।