पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि इस लोमहर्षक हत्याकांड में जान गवाने वाले उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में किरावली के सांथा गांव निवासी विकास पुत्र जितेंद्र की आरोपी मां ललिता उर्फ लालो पत्नी जितेन्द्र सिंह राजपूत अपने मृतक बेटे एवं मृतका अपनी बहू दीक्षा के अवैध संबंधों से समाज में हो रही बदनामी से दुखी एवं परेशान थी।
पूछताछ में सामने आया कि मृतक विकास और दीक्षा के गांव में ही अलग-अलग अवैध संबंध थे। इसकी जानकारी जब मां ललिता को लगी तो उसे अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने का अंदेशा सताने लगा। इसी वजह से उसने अपने भाई रामबरण राजपूत एवं उसके ड्राइवर चमन खान अब्बासी निवासी ईटकी थाना कोलारी जिला धौलपुर के साथ मिलकर दोनों की हत्या का षडयंत्र रच उन्हें मौत के घाट उतरवा दिया। मासलपुर थानाधिकारी नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि युवक विकास का शव चालक सीट पर और महिला दीक्षा का शव कार की पिछली सीट पर मिला थी। विकास और दीक्षा का 9 माह पहले ही विवाह हुआ था।