ल्होरे मीना के आंगन में मगरमच्छ को देखकर परिजनों के होश उड़ गए और उन्होंने शोर मचाया। इस पर ग्रामीण एकत्र हुए और उन्होंने निर्भीकता दिखाते हुए मगरमच्छ को पकड़ कर एक बोरे में बंद कर दिया। इस बीच ग्रामीणों की सूचना पाकर करणपुर थाने से हैड कांस्टेबल साहब सिंह, कांस्टेबल सतवीर सिंह , भास्कर सारस्वत तथा एम्बुलेंस के मुकेश , हरिओम तथा वनविभाग से महावीर सिंह व शिवसिंह मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बोरे में बंद मगरमच्छ को वनविभाग की टीम को सौंप दिया। टीम ने चम्बल नदी में मगरमच्छ को आजाद किया।
फोटो: करणपुर वनकर्मियों द्वारा पकड़ा गया मगरमच्छ।
घर में घुसे मगरमच्छ को ग्रामीणों ने निड़रता से पकड़ा
वनकर्मियों ने नदी में ले जाकर छोड़ा
करणपुर. क्षेत्र के मानकी गांव के एक घर में गुरुवार रात करीब दस बजे उस समय हड़कम्प मच गया जब घर में मगरमच्छ घुस आया। हैरत की बात यह है कि यहां से चम्बल नदी तीन किलोमीटर दूर है। ऐसे में माना जा रहा है कि इतनी दूरी तक रात के अंधेरे में भटककर रेंगते हुए घर में आ पहुंचा।
ल्होरे मीना के आंगन में मगरमच्छ को देखकर परिजनों के होश उड़ गए और उन्होंने शोर मचाया। इस पर ग्रामीण एकत्र हुए और उन्होंने निर्भीकता दिखाते हुए मगरमच्छ को पकड़ कर एक बोरे में बंद कर दिया। इस बीच ग्रामीणों की सूचना पाकर करणपुर थाने से हैड कांस्टेबल साहब सिंह, कांस्टेबल सतवीर सिंह , भास्कर सारस्वत तथा एम्बुलेंस के मुकेश , हरिओम तथा वनविभाग से महावीर सिंह व शिवसिंह मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बोरे में बंद मगरमच्छ को वनविभाग की टीम को सौंप दिया। टीम ने चम्बल नदी में मगरमच्छ को आजाद किया।