गांव के प्रगतिशील किसान राधेश्याम जाट ने बताया कि उसके खेत में अमरूद व पपीता की बागबानी की जा रही है। खरीफ की फसल के समय में खाली छोड़े पौधों के बीच के क्षेत्र में गत दिनों अगेती सरसों की बुवाई की गई। अब सरसों के फसल में निराई कर खरपतबार को दूर किया जा रहा है। ताकि सरसों की फसल अच्छी हो सके।
कृषि विभाग की आत्मा योजना के सहायक निदेशक बीडी शर्मा ने बताया कि बाई जट्ट गांव में राधेश्याम जाट प्रगतिशील किसान ने कई बीघा अमरूद का बाग लगाया है। उद्यानिकी में वर्मी कम्पोस्ट व केंचुआ खाद का उपयोग किया गया है। क्षेत्र के अमरुद के किसान पपीता के बाग भी लगा रहे हैं।