उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को बकरी चराकर लौट रहे चार बच्चों लवकेश व शिवकेश पुत्र बबलू जाटव, काजल पुत्री सुमेर, पूजा पुत्री राजू की गहरे गड्ढ़े में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद परिजन तथा ग्रामीण आर्थिक सहायता दिए जाने, गड्ढा करने वाले अवैध क्रेशर को बंद करने तथा इसके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर शवों के साथ धरना देकर बैठ गए थे।
मामले में गतिरोध खत्म करने के लिए विधायक रमेश मीणा ने समझाइश करने की प्रभावी पहल की। वे सुबह जयपुर से सीधे कैलादेवी चिकित्सालय पहुंचे और फिर पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों से चर्चा की। इस बीच उन्होंने पीडि़त परिजनों को ढांढस बंधाया और ग्रामीणों तथा मामले में पीडि़त परिजनों का संग दे रहे भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों से उनकी मांगों के बारे में जानकारी लेने के साथ अधिकारियों से की।
इसके अलावा प्रत्येक मृतक के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का एलान विधायक रमेश मीणा ने किया। मृतक बच्चों के परिजनों को संविदा पर नौकरी देने, अवैध खनन में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध क्रेशर संचालकों के की गिरफ्तारी आदि मांगों पर प्रभावी कार्रवाई करने और राज्य सरकार स्तर की मांगों पर सरकार को लिखने का पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने भरोसा दिलाया गया। इसी दौरान उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र परमार ने कहा कि पीडि़त परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं में लाभान्वित किया जाएगा। प्राथमिकी में प्रभावी कार्रवाई जल्दी होगी। विभिन्न मांगों को लेकर परिजनों के साथ देने वालों में भीम आर्मी जिलाध्यक्ष अजय सिंह, भीम आर्मी विधानसभा अध्यक्ष टोडाभीम लक्ष्मण दास, हरिसिंह बैरवा सरपंच, रक्खी पूर्व सरपंच, हरी पटेल, केशरिया पटेल, कुलदीप खिऱखिड़ा, हरेन्द्र भीलपाडा, राजकुमार आदि शामिल थे।
अंतिम संस्कार में शामिल होने से पहले विधायक ने मृतक बच्चों के घर जाकर स्वयं सहित इलाके के सरपंचों की ओर से संकलित किए गए 5 लाख 30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता पीडि़त परिजनों को सौंपी।
क्रेशरों की कराएंगे जांच क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा उस स्थान पहुंचे जहां डूबने से बच्चों की मौत हुई थी। उनके साथ पुलिस-प्रशासन तथा खनिज अधिकारी भी थे। इलाके में संचालित क्रेशरों के आसपास खनिज खुदाई के कारण बने गड्ढ़ों को बंद कराने के बारे में विधायक ने अधिकारियों से चर्चा की।
इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक से निर्धारित एरिया से बाहर जाकर अवैध खनन की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि इन क्रेशरों के संचालन के कारण जगह-जगह गहरे गड्ढ़े बने हैं, जिनसे हादसे की आशंका रहती है। शुक्रवार को जिस गड्ढे में बच्चों के डूबने का हादसा हुआ, वो भी खनिज लीज से बाहर चारागाह एरिया में है। इस पर विधायक ने भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में संचालित अवैध क्रेशर और लीज एरिया से बाहर खनन की जांच कमेटी से कराई जाएगी और अवैध खनन रोकने की प्रभावी कार्रवाई करेंगे।