कम उम्र के बच्चों ने जीवन को सरल बनाने वाली चीजों को समायोजित कर घर की सुरक्षा से लेकर रहन-सहन को आसान करने काम शुरू किया है। स्विच ऑन-ऑफ से नहीं बल्कि बोलकर घर रोशन होगा और एसी चलेगा। यहां तक कि बिल का भुगतान भी स्वयं हो जाएगा। आईआईटी में आयोजित ई सम्मिट 2019 में इन्हें यंग अचीवर्स अवॉर्ड से नवाजा गया। छात्रों ने बताया कि उन्होंने एक ड्रोन अटल टिंकरिंग लैब में तैयार किया है। इसमें अब यह व्यवस्था भी कर दी गई है कि वह कैमरे से निगरानी के साथ फायर भी कर सकेगा।
ऑटोक्लिक का प्रजेंटेशन आईआईटी में आयोजित तीन दिवसीय ई-सम्मिट 2019 में हुआ था। इस सम्मिट में दुनियाभर के सात लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया था। पहले 600, फिर 30 और अंत में तीन कंपनियां विजेता बनीं। इसमें उनकी कंपनी ओटोक्लिक को तीसरा स्थान मिला। यह टीम सबसे कम उम्र के छात्रों की टीम थी। अटल टिंकरिंग लैब से जुड़े हाईस्कूल के छात्र श्रीधर तिवारी, अवनीश सिंह, सौमिल्य गुप्ता ने प्रेसवार्ता में बताया कि उन्होंने होम ऑटोमेशन के क्षेत्र की कपंनी ओटोक्लिक बनाई है।
छात्रों ने बताया कि 60 हजार रुपए का पुरस्कार इस टीम को मिला है। इसके अलावा अमेजन वेब सर्विसेज पांच हजार डॉलर (करीब 3.5 लाख) देगी, जिसका उपयोग वेब पर कंपनी के विज्ञापन के रूप में हो सकेगा। शीघ्र ही हमारी कंपनी का विज्ञापन जारी होगा। इसके अतिरिक्त निवेश के कई ऑफर मिलने लगे हैं। पेटेंट के बाद अन्य छिपी जानकारियां भी पब्लिक डोमेन पर सार्वजनिक की जाएंगी। स्कूल के निदेशक डॉ. अंगद सिंह के मुताबिक, अगर छात्रों ने कहा तो वह खुद भी कंपनी के निदेशकों में एक निदेशक बन जाएंगे। उन्होंने बताया कि होमऑटोमेशन क्षेत्र की यह कंपनी रियल स्टेट कंपनियों को अपने स्टार्टअप के बारे में बताएगी। हमारी कंपनी वाइस कंट्रोल डिवाइसेज और बायोमीट्रिक सिक्योरिटी सिस्टम विकसित करेगी। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के माध्यम से ऐसे प्रोडक्ट बनाएगी, जो जीवन को ईजी लिविंग में बदल दे।