के कानपुर साढ़ थाना क्षेत्र के बरईगढ़ की रहने वाली किशोरी का पड़ोस के गांव रातेपुर निवासी महेश के बीच प्रेम संबंध था। दोनों एक दूसरे से मिलते रहते थे। जिसकी जानकारी घर वालों को हुई तो किशोरी के घर वालों ने थाना में शिकायत की। दोनों पक्षों को थाना में बुलाया गया। जहां आपस में समझौता हो गया। किशोरी ने भी मामले की नजाकत को समझा। क्योंकि वह नाबालिग थी। इसलिए उसने भी समझौता कर लिया। उसने सोचा कि यदि भाग कर शादी करती तो लड़के की गिरफ्तारी भी हो सकती थी। क्योंकि वह नाबालिग थी।
थाना में पड़ा जयमाल, हुई शादी
बीते 31 दिसंबर को जैसे ही वह 18 साल की हुई। 2 जनवरी को प्रेमी के घर पहुंच गई और शादी करने के लिए कहने लगी। इस पर लड़के के घर वाले भड़क गए और विवाद बढ़ गया। ग्रामीणों से मिली सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले आई। आपस में बातचीत हुई। अब दोनों बालिग हो चुके थे। इसलिए उन्हें शादी करने से कोई रोक नहीं सकता था। थाना में ही दोनों पक्षों में समझौता हुआ। सबकी सहमति से एक दूसरे को जय माल पहना हमेशा के लिए एक हो गए।