कानपुर. सरकारी बिल्डिंग में लग रही होर्डिंग पर सपा विधायक ने आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि सत्ता का पूरी तरह दुरुपयोग किया जा रहा है। सरकारी पैसे से इन विज्ञापनों को लगाया जा रहा है। बहुत जल्द यह लोग मठ में जाकर घंटियां बजाएंगे। बीजेपी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बड़े पैमाने पर इस बात का प्रचार किया जा रहा है कि 2017 के पहले क्या होता था और 2017 के बाद क्या हो रहा है? इसी प्रकार की होर्डिंग कानपुर के हॉस्पिटल में लगाई गई है।
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बीजेपी के होर्डिंग में लिखा है 2017 के पहले क्या होता था…
सोच इमानदार काम दमदार के अंतर्गत बीजेपी की तरफ से फर्क साफ है नाम से होर्डिंग्स लगाई जा रही है। कानपुर की उर्सला हॉस्पिटल में लगाई गई होर्डिंग में बताया गया है कि 2017 के पहले प्रदेश में बहन-बेटियां असुरक्षित थी, 2017 के बाद अपराधियों में कानून का खौफ। इसी प्रकार की एक अन्य होर्डिंग में लिखा है कि 2017 के पहले सरकारी पैसे नाच गाना होता था, 2017 के बाद सरकारी पैसा प्रदेश की तरक्की में खर्च हो रहा है। वहीं एक अन्य होर्डिंग में लिखा है 2017 के पहले सरकारी पैसे की होती थी बंदरबांट, 2017 के बाद सरकारी पैसा प्रदेश की तरक्की में खर्च होता है।
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मठ में जाकर इन्हें घंटियां बजाना पड़ेगा – अमिताभ बाजपेई
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने भारतीय जनता पार्टी के होर्डिंग को सत्ता का दुरुपयोग बताया है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी सरकारी खर्च पर चुनाव का प्रचार कर रही हैं, सरकारी खर्च पर रैलियां, रोडवेज की बस, भोजन कराया जा रहा है। अब सरकारी खर्च पर चुनाव प्रचार की होर्डिंग लग रही है। यह सत्ता का पूरी तरह दुरुपयोग किया जा रहा है। बोले इनकी सोच भी निकल कर बाहर आ रही है। सपा शासन के दौरान लोगों ने विकास देखा था, अच्छे-अच्छे अस्पताल बने। अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे, मेट्रो ट्रेन को देखा था। जिसको जो देखना होता है, वही देखता है। जिसे नाच गाना देखना है, वह नाच गाना देख रहा है। जिसे विकास देखना है, उसे विकास दिख रहा है। जनता इन्हें को जवाब देगी। क्योंकि उन्होंने कोई भी योजना धरातल पर नहीं देखी है। बहुत जल्द ही इन लोगों को मठ में जाकर घंटियां बजाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।