भारत लास वेगास यानि कि उत्तर प्रदेश का कानपुर। इसे यूं ही लास वेगास की ओर बढ़ता शहर नहीं कहा जा रहा। इसके लिए आपको पहले लास वेगास की दुनिया में मशहूर की कुछ खासियतें जाननी पड़ेंगी। जहां नाइट लाइफ है, जहां खूबसूरत नजारे हैं, जहां रिसॉर्ट्स हैं और जहां रेस्तरां से लज़ीज पकवानों की सुगंध आती है। कुछ ऐसे ही नजारे कानपुर में भी दिखने लगे हैं। ये मुमकिन हुआ है। वह बोट क्लब और नाइट लाइफ से।
कभी प्रदूषण, गंदगी, जाम और बेरतीब निर्माण के लिए कुख्यात कानपुर शहर को अब नया चोला पहना दिया गया है। कानपुर की एक और खास बात जो लास वेगास की सुंदरता को कानपुर के सामने फीका कर देती है वह पतित पावनी गंगा। गंगा के किनारे थीम लाइटिंग यहां की सुंदरता में चार चांद लगा देगी। गंगा की निर्मल धारा में रंग बिरंगी रोशनी का अक्श देखते ही बनता है। इसके अलावा शहर में चल रहे मेट्रो के निर्माण प्रस्तावित पांच सितारा-सात सितारा होटलों के साथ साथ पहले बने विश्वस्तरीय होटल-रिसॉर्ट जल्द ही इसको विश्वस्तरीय शहर की श्रेणी में ला देंगे। कानपुर के ऐतिहासिक हेरिटेज को संभालते हुए इसे मॉर्डन लुक दिया जा रहा है। ये प्रोजेक्ट मंडलायुक्त डॉ राजशेखर के सहयोग से हकीकत में हो सका।
यह भी पढ़े – सौ करोड़ का कानपुर में बनेगा Mall, जानिए कितना बड़ा और क्या होंगी नई सुविधाएं IMAGE CREDIT: Vaibhav Shukla इसके लिए 5.80 करोड़ रुपए शहर की खूबसूरती बढ़ाती लाइट्स पर खर्च किय जाएगा। खास बात ये है कि मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट गुजरात के केवड़िया की तर्ज पर कम्प्यटीराइज्ड प्रग्रामिंग के जरिए चलाई जाने वाली लाइट्स लगाई गई हैं। इसे देख आपको अंदाजा नहीं लग पाएगा कि लाइट्स कहां लगाई गई है। वाटर स्पोर्ट्स लवर्स के लिए बड़ा केंद्र साबित होगा। केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि 6 महीने में यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। तब तक स्थानीय स्तर पर इसकी व्यवस्था कराई जा रही है। बोटिंग की शुरुआत हो चुकी है।
सरकार ने गंगा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए भोपाल की बड़ी झील की तर्ज पर वाटर स्पोर्ट्स की शुरूआत की है। ये प्रदेश का पहला बोट क्लब है। इसके तहत एक्वा जॉगिंग, रोइंग, वाटर क्रास कंट्री रनिंग, बोटिंग, जर्मन पैडल बोट्स, वाटर एरोबिक्स, वाटर पोलो, वाटर ट्रीथलॉन की शुरुआत की जाएगी। साथ ही केंद्र सरकार की योजना है कि यहां वाटर इंटरनेशनल स्पोर्टस कराएजाअ, जिससे गंगा निर्मल धारा के साथ साथ कानपुर की खूबसूबरती का लुत्फ ले पाए। इसके लिए पहले फेज में बोट क्लब में 50 बोट उपलब्ध हुई है। यहां लाइफ सेविंग सिस्टम भी है।