ये भी पढ़ें- लखनऊ में बीच सड़क तलवार से काटा केक, की हवाई फायरिंग, मनाया खौफनाक जश्न, देखें वीडियो आपराधिक इतिहास छिपाने के लिए किया काम- आपराधिक इतिहास छिपाने के लिए जय बाजपेई ने फर्जी वोटर आईडी का इस्तेमाल कर पासपोर्ट बनवाया था, लेकिन पता दूसरा डाला गया था। वहीं विकास दुबे की पत्नी रिचा, मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू बाजपेयी, दीपक, विष्णु पाल, शांति देवी, शिव तिवारी, रेखा, खुशी ने भी फर्जी आईडी पर सिम लिए थे। पुलिस ने इनके मोबाइल नंबरों का ब्योरा निकाला तब ये तथ्य सामने आए। जांच के बाद अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के निर्देश पर इन सभी के खिलाफ मुदकमा दर्ज कर लिया गया है।
ये भी पढ़ें- यूपी में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका, सीएम योगी ने तुरंत दिए निर्देश, छठ पर्व को लेकर कहा यह एसपी-सीओ सहित 40 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई- एसआईटी जांच में आरोपी पाए जाने के बाद आईपीएस अनंत देव पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं। अब तक एक एएसपी, दो सीओ समेत 40 पुलिसकर्मियों को दोषी माना गया है। इनमें तीन पीपीएस अधिकारी व 19 थानेदार हैं। बाकी 18 दरोगा व सिपाही हैं। यह सभी कभी न कभी चौबेपुर क्षेत्र में तैनात रहे हैं। एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद एडीजी ने डीआईजी को सभी के खिलाफ जांच का निर्देश दिया है। डीआईजी ने जांच शुरू करा दी है। अब इन सभी को नोटिस दी जाएगी।