सीओ तो नहीं बने बन गए लुटेरे औरैया में सर्राफा व्यापारी के साथ हुई दुर्घटना में गिरफ्तार किए गए इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह के साथ काम कर चुके कई पुलिसकर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इंस्पेक्टर अजय पाल कानपुर नगर में कई थानों में तैनात रहे चुके हैं।
जिसमे उन्होंने बिधनू ,सचेंडी, गोविंद नगर, काकादेव और बिठूर जैसे थानों के चार्ज संभाला है। इसके बाद कानपुर देहात में कई जगह तैनाती के बाद इनकी पदोन्नति होनी थी।पदोन्नति को लेकर खुद भी कई बार चर्चा कर चुके थे।
मौजूदा समय मे पीले रंग के तीन स्टार सिल्वर होने वाले थे और इनको सीओ बनना था। इसके पहले ही इनके इस सपने को नजर लग गई और एक बड़ी लूट की घटना का माल इंस्पेक्टर के कमरे में बरामद हो गया।
यह था घटनाक्रम गौरतलब है कि सर्राफा व्यापारी मनीष सोनी के साथ औरेया जनपद में 50 किलो चांदी की लूट हो गई थी। जिसकी लगभग कीमत 40 लाख बताई जा रही है।
जिसके बाद औरेया पुलिस अधीक्षक ने स्वयं इसकी जांच शुरू की जिसपर उनको लीड मिली कि लूटी गई चांदी कानपुर देहात में है। इसको लेकर जब जनपद के पुलिस अधिकारी से इसपर बात हुई तो दोनों जनपद के पुलिस अधीक्षक ने मिलकर भोगनीपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर अजय पाल के कमरे में छापा मारा तो उनको वहां से लूटी गई चांदी बरामद हो गई।
पुलिस अधीक्षक ने तत्काल न इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह और दारोगा चिन्तन कौशिक को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इंस्पेक्टर का कारखास सिपाही रामशंकर फरार हो गया। औरेया पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं तीसरे पुलिस कर्मी की तलाश शुरू कर दी है।