मांसाहारी जीवों में संक्रमण की ज्यादा होती संभावना कानपुर चिड़ियाघर के सहायक निदेशक एके सिंह ने बताया कि मांसाहारी जीवों खासकर बिग कैट प्रजातियों के जीवों में कोरोना होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। इस प्रजाति में प्रमुख रूप से शेर, बाघ, तेंदुआ जैसे जीव आते हैं। कानपुर जू शेरों का ब्रीडिंग सेंटर है। यहां इस समय 5 शेर, 8 बाघ और 21 तेंदुआ हैं। इसलिए सतर्कता बरतते हुए जू में डॉ. यूसी श्रीवास्तव, डॉ.आरके सिंह और डॉ.आरके द्विवेदी की टीम 24 घंटे इन जानवरों की निगरानी कर साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार कर रही है।
पीपीई किट पहनकर जीवों को दिया जा रहा भोजन टीम इन जीवों के कीपरों के माध्यम से इनके स्वभाव और दिनचर्या पर नजर बनाए हुए है। हालांकि अभी तक इन जीवों के स्वभाव, दिनचर्या और स्वास्थ्य में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है। लेकिन हैदराबाद चिड़ियाघर में शेरों के संक्रमित होने के कारण इन जीवों के मल के सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं, ताकि उनकी जांच की जाएगी। यदि जांच रिपोर्ट में किसी प्रकार के बीमारी के लक्षण मिलते हैं तो उस जीव को बेहोश कर उसके नाक और गले से सैंपल लिए जाएंगे। सहायक निदेशक के मुताबिक जानवरों में संक्रमण इंसान से फैल सकता है। इसलिए सभी कीपरों पीपीई किट पहनकर ही खाना परोसते हैं। इसके अलावा दिन में दो बार बाड़ों को भी सेनेटाइज कराया जा रहा है।