कानपुर. कानपुर में कोहना क्षेत्र में रहने वाली अलंकृता पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश में आई ए एस (IAS) की पहली बार परीक्षा देने पर 85 वॉ स्थान पाया है। यह स्थान पाकर उन्होंने न केवल अपनी इस आई ए एस (IAS) एगजाम में नाम कमाया है बल्कि उन लोगो का भी हौसला बढाया है जो केवल IPS, IAS की परीक्षाओ को देने के बारे में सोचते ही है।
कानपुर में ही जन्मी और कानपुर में ही रह कर पढी अलंकृता पाण्डेय, बचपन से ही पढने में होशियार रही हैं। अलंकृता पाण्डेय ने साल 2006 में यूपी बोर्ड से हाई स्कूल की परीक्षा देकर 13वॉ स्थान पाया तो वही 2008 में इंटरमीडिएट की परीक्षा में 21 वॉ स्थान हासिल किया था। इसके बाद 2013 में मोतीलाल नेहरु MNTI इलाहाबाद से बीटेक इंजीनियरी पास की।
अलंकृता पाण्डेय के पिता शैलेन्द्र नाथ पाण्डेय की कानपुर में फोटो कॉपी की दुकान है और माँ एक समाज सेविका भी है। उन्होंने अपने बच्चों की पढाई में कभी किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी।
पत्रिका से बात करते हुए अलंकृता पाण्डेय का कहना यह भी है की मेरे मम्मी ने मेरा हौसला कभी टूटने नहीं दिया क्योकि कभी-कभी मेरे दिमाग मैं ऐसे विचार आने लगते थे कि आगे क्या होगा। मेरी मम्मी मेरा बहुत साथ देती थी। मुझे समझाती भी थी और मैं उन से बहुत सी बाते शेयर भी किया करती थी।
अलंकृता पाण्डेय का एक छोटा भाई भी है जिसका नाम रजत पाण्डेय है। HBTI से B.Tec कर रहा है, जिसका इंजीनरिगं का दूसरा साल है। अलंकृता पाण्डेय का कहना है कि किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए इंसान को सबसे पहले धैर्य रखना चाहिए। दूसरी बात की पढाई करते वक्त ऐसा कभी नहीं करना चाहिए की एक दिन तो 12 घंटे पढ लिया और पढाई को बीच-बीच में छोड दिया।